पुणे : पुणे वारियर्स ने आईपीएल छह में पहली बार खेल के हर विभाग में उम्दा और अनुशासित प्रदर्शन करके आखिरी स्थान से बचने की जंग में आज यहां दिल्ली डेयरडेविल्स को 38 रन से हराया. पुणे की टीम आखिरी मैच में अपने रंग में दिखी. टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान एरोन फिंच (34 गेंद पर 52 रन) के अर्धशतक और ल्यूक राइट की 23 गेंद पर 45 रन की तूफानी पारी से पुणे ने पांच विकेट पर 172 रन का मजबूत स्कोर खड़ा कर दिया.
एंजेलो मैथ्यूज ने आलराउंड खेल दिखाया. उन्होंने नाबाद 30 रन बनाने के अलावा 14 रन देकर तीन विकेट भी लिये. उन्हें बायें हाथ के स्पिनर अली मुर्तजा का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 15 रन देकर शीर्ष क्रम के तीन विकेट हासिल किये. मैथ्यूज ने राइट के साथ 37 गेंद पर 71 रन की साझेदारी की थी जो आखिर में निर्णायक साबित हुई. दिल्ली ने शुरु से ही विकेट गंवाये. कप्तान माहेला जयवर्धने और वीरेंद्र सहवाग ने फिर से निराश किया लेकिन डेविड वार्नर भी नहीं चल पाये. दिल्ली की टीम आखिर में नौ विकेट पर 134 रन ही बना पायी. उसकी तरफ से मुरलीधरन गौतम ने सर्वाधिक 30 रन बनाये.
पुणे ने 16 मैच में चार जीत दर्ज करके आठ अंक हासिल किये जबकि दिल्ली तीन मैच ही जीत पायी तथा नौंवें और आखिरी स्थान पर रही.
आईपीएल में यह दूसरा अवसर है जबकि दिल्ली सबसे आखिरी स्थान पर रही. इससे पहले 2011 में उसके और पुणे के समान नौ . नौ अंक थे लेकिन नेट रन रेट में दिल्ली पिछड़ गयी थी. तब इन दोनों टीमों का आखिरी लीग मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था. पुणे पिछले साल आखिरी स्थान पर रहा था लेकिन इस बार वह नौ टीमों में आठवां स्थान हासिल करने में सफल रहा.
दिल्ली के स्टार बल्लेबाजों ने फिर से निराश किया. सहवाग ने फिर से मध्यक्रम में आने की रणनीति अपनायी इसलिए वार्नर को पारी का आगाज करना पड़ा. वायने पर्नेल ने हालांकि अपनी ट्वीट के कारण विवादों में फंसे इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को केवल दो रन के निजी योग पर विकेटकीपर के हाथों कैच करा दिया. मुर्तजा ने जयवर्धने के रुप में अपना पहला विकेट लिया. डेयरडेविल्स के कप्तान को पहली गेंद पर जीवनदान मिला था लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और प्वाइंट पर सीधा कैच देकर पवेलियन लौटे. बायें हाथ के स्पिनर मुर्तजा ने पारी के आठवें ओवर में लगातार गेंदों पर सहवाग (10 गेंद पर 11 )और भरत चिपली (18 गेंद पर 16 रन ) को आउट करके दिल्ली को संकट में डाल दिया.
पिछले मैच में आखिरी क्षणों में तेजी से रन बटोरने वाले बेन रोहरर सात रन बनाने के बाद अशोक डिंडा (21 रन देकर दो विकेट) की गेंद अपने विकेटों पर खेल गये. गौतम और इरफान पठान (24) ने सात ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया लेकिन इस बीच वह केवल 54 रन जोड़ पाये जिससे गेंदों और रनों के बीच अंतर बढ़ता गया. मैथ्यूज ने तीन गेंदों के अंदर गौतम और मोर्ने मोर्कल और फिर पठान को आउट करके पुणे की बड़ी जीत सुनिश्चित की. इससे पहले फिंच और रोबिन उथप्पा (20 गेंद पर 24 रन) ने पुणे को तेज शुरुआत दिलायी तथा पहले विकेट के लिये पांच ओवर में 38 रन जोड़े. उथप्पा हालांकि फिर से अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाये और प्वाइंट पर सीधा कैच थमाकर पवेलियन लौटे.
फिंच ने फिर से प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उमेश यादव को अपने पहले ओवर में सफलता मिली लेकिन दूसरे स्पैल में फिंच ने उन पर लांग आन और मिडविकेट पर छक्के जड़े. पुणे के कप्तान ने पठान की गेंद भी स्क्वायर लेग पर छह रन के लिये भेजी और केवल 31 गेंदों पर इस सत्र का अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने इसके तुरंत बाद सिद्धार्थ कौल की गेंद हवा में लहराकर अपना विकेट इनाम में दिया.
इस बीच दूसरे छोर पर मनीष पांडे (10 ) क्रीज पर समय बिताने के बावजूद कुछ खास नहीं कर पाये. शाहबाज नदीम ने उन्हें अपनी धीमी गेंद पर बोल्ड किया. युवराज सिंह ( सात गेंद पर तीन रन ) ने सहवाग को आसान कैच का अभ्यास करवाकर फिर से निराश किया. बायें हाथ का यह बल्लेबाज इस सत्र में 13 मैच में केवल 238 रन बना पाया और उनका उच्चतम स्कोर 34 रन रहा. मैथ्यूज और राइट ने डेथ ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी की. उन्होंने मोर्ने मोर्कल पर लगातार दो चौके लगाने के बाद अगले ओवर में यादव पर पहले छक्का और फिर दो चौके जड़े. मैथ्यूज ने भी इस ओवर में छक्का लगाया. यादव इस तरह से फिर से महंगे साबित हुए. उन्होंने अपने चार ओवर में 52 रन लुटाये. राइट ने भी आखिरी ओवर में सहवाग को कैच थमाया. राइट ने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया. दिल्ली की तरफ से कौल सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 27 रन देकर दो विकेट लिये जबकि सहवाग ने तीन कैच लपके.