द अफ्रीकाः280/6 (49.0/49 ov)
भारतः 146/10 overs- 35.1
डरबन: लोंवाबो सोटसोबे की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने एक बार फिर शार्टपिच गेंदों के सामने भारतीय बल्लेबाजी की कलई खोल दी और दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच मेंरविवार को134 रन से जीत के साथ ही मेजबान ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से विजयी बढत बना ली.
शानदार फार्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज क्विंटन डि काक और हाशिम अमला के शतकों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर 49 ओवर में छह विकेट पर 280 रन बनाये. जवाब में भारतीय पारी एक बार फिर स्टेन एंड कंपनी के सामने बिखर गई. पूरी टीम 35 . 1 ओवर में 146 रन पर आउट हो गई.
दक्षिण अफ्रीका के लिये सोटसोबे ने 7 . 1 ओवर में 25 रन देकर चार विकेट लिये जबकि डेल स्टेन ने सात ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट चटकाये. मोर्नी मोर्कल को दो विकेट मिले. भारतीय पारी में सर्वाधिक 36 रन का योगदान सुरेश रैना ने दिया जबकि रविंद्र जडेजा ने 26 रन बनाये. फार्म में चल रहे शिखर धवन और विराट कोहली तो खाता भी नहीं खोल सके. भारतीय पारी की शुरुआत बेहद खराब रही और तीसरे ही ओवर में धवन को स्टेन ने जेपी डुमिनी के हाथों लपकवा दिया. उस समय स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 10 रन टंगे थे.
स्कोर में छह रन ही जुड़े थे कि कोहली भी चलते बने जिन्हें सोटसोबे ने विकेट के पीछे डिकाक के हाथों लपकवाया. रोहित शर्मा (19) सोटसोबे का दूसरा शिकार बने जिनका कैच अमला ने लपका. युवराज सिंह की जगह खेल रहे अजिंक्य रहाणे आठ रन बनाकर मोर्कल की गेंद पर आउट हुए. भारत को सबसे बड़ा झटका 20वें ओवर में फिलैंडर ने दिया जिनकी गेंद पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे कैच देकर लौटे. धोनी ने 19 रन बनाये और उनका विकेट गिरने के समय स्कोर पांच विकेट पर 74 रन था.
शीर्ष और मध्यक्रम के बल्लेबाज जब दक्षिण अफ्रीकी आक्रमण का सामना नहीं कर सके तो पुछल्ले बल्लेबाजों से तो उम्मीद ही करना बेमानी थी.इससे पहले डिकाक ने अमला के साथ पहले विकेट के लिये 194 रन जोड़कर दक्षिण अफ्रीका को मजबूत स्कोर दिया. फिलैंडर और रियान मैकलारेन ने पारी के 49वें और आखिरी ओवर में उमेश यादव पर एक छक्का और तीन चौके लगाकर 20 रन निकाले.
मैच पर मौसम की गाज गिरने की आशंका लग रही थी लेकिन बारिश नहीं हुई. गीली आउटफील्ड के कारण हालांकि मैच डेढ घंटा विलंब से शुरु हुआ जिससे मैच 49-49 ओवर का हो गया. जोहानिसबर्ग में पहला मैच हारने के बावजूद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टास जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला किया.
भारत ने पहला वनडे हारने वाली टीम में तीन बदलाव किये. युवराज सिंह पीठ में दर्द के कारण बाहर रहे जिनकी जगह रहाणे ने ली. भुवनेश्वर कुमार और मोहित शर्मा को बाहर कर दिया गया जिनकी जगह उमेश यादव और ईशांत शर्मा ने ली. दक्षिण अफ्रीका ने वेन परनेल की जगह फिलैंडर को शामिल किया.
भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत यादव ने मोहम्मद शमी के साथ की. दोनों ने अच्छी रफ्तार और उछाल से गेंदबाजी की लेकिन शुरुआती सफलता नहीं दिला सके. डि काक और अमला ने पिछले मैच के फार्म को जारी रखा. जेपी डुमिनी ने 29 गेंद में दो चौकों की मदद से 26 रन बनाये.यादव को उसके दूसरे ओवर के बाद हटाकर शमी को गेंद सौंपी गई. चौथे ओवर में ईशांत भी गेंदबाजी के लिये आये. कोई भी हालांकि दक्षिण अफ्रीका की सलामी साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहा.
स्पिनर आर अश्विन को 11वें ओवर में गेंद दी गई. दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने 50 रन की साझेदारी 10वें ओवर में पूरी की. डिकाक ने 59 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. धोनी ने 12वें ओवर में सुरेश रैना को गेंद सौंपी. दक्षिण अफ्रीका के 100 रन 19वें ओवर में पूरे हुए. अमला और डिकाक ने इस मैदान पर पहले विकेट की साङोदारी का 11 साल पुराना रिकार्ड तोड़ा. एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन ने 2002 में इस मैदान पर आखिरी बार पहले विकेट के लिये सर्वोच्च साझेदारी की थी.
अमला ने अर्धशतक 24वें ओवर में पूरा किया. वहीं 26वें ओवर में जब वह 59 के स्कोर पर थे तब वनडे क्रिकेट में उन्होंने 4000 रन पूरे कर लिये. वह इस आंकड़े तक सबसे तेजी से पहुंचने वाले बल्लेबाज (81 पारी ) बने. उन्होंने सर विवियन रिचर्डस को पीछे छोड़ा जिन्होंने 88 पारियों में 4000 रन पार किये थे. एक ओवर के बाद उन्होंने पहले विकेट के लिये 150 रन की साङोदारी पूरी की. डिकाक ने 112 गेंदों में अपना तीसरा वनडे शतक पूरा किया. वह लगातार दो वनडे मैचों में शतक जमाने वाले दक्षिण अफ्रीका के तीसरे बल्लेबाज बने. अमला ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2010 में यह कमाल किया था जबकि उनसे पहले हर्शल गिब्स 2002 में बांग्लादेश, भारत और कीनिया के खिलाफ यह करिश्मा कर चुके हैं.
मंडेला की अंत्येष्टि के कारण अभ्यास मैच एक दिन पहले