किंग्स्टन: भारत ने वनडे सीरीज के आखिरी मैच में वेस्ट इंडीज को 8 विकेट से रौंदकर पांच मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली है. भारतीय टीम ने यह सीरीज 3-1 से अपने नाम किया. आखिरी मैच में भारत को जीत के लिए 206 रन का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने 36.5 ओवर में हासिल कर लिया. मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शानदार सेन्चुरी (111*) और दिनेश कार्तिक ने फिफ्टी (50*) जड़ा. मैच में टॉस जीतकर पहले खेलते हुए मेजबान टीम ने 50 ओवरों में 205/9 रन बनाये. मैन ऑफ द मैच बने विराट ने विनिंग सिक्स लगाकर टीम को जीत दिलाने का काम किया.
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इससे पहलेमोहम्मद शमी और उमेश यादव की घातक गेंदबाजी से भारत ने पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में यहां वेस्टइंडीज को नौ विकेट पर 205 रन ही बनाने दिये. शमी ने 48 रन देकर चार विकेट लिये जबकि उमेश यादव ने 53 रन देकर तीन विकेट लेकर शीर्ष क्रम झकझोरने में अहम भूमिका निभायी. हादर्कि पंड्या और केदार जाधव ने एक-एक विकेट लिया है. वेस्टइंडीज की ओर से शाई होप ने सर्वाधिक 51 रन बनाये जबकि काइल होप ने 46, कप्तान जैसन होल्डर ने 36 रन और रोवमैन पावेल ने 31 रन का योगदान दिया.
वेस्टइंडीज के कप्तान होल्डर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पिच बल्लेबाजी के लिये अनुकूल दिख रही थी तथा काइल होप और इविन लुईस (नौ) ने पहले विकेट के लिये 39 रन जोडकर टीम को सकारात्मक शुरुआत दिलायी. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुरू में ही मोहम्मद शमी और उमेश यादव के छोर बदले. लेकिन भारत को पहली सफलता पहले बदलाव के रुप में आये हादर्कि पंड्या ने दिलायी। लुईस शुरु को शुरु से ही शाट लगाने में दिक्कत आ रही थी और ऐसे में वह पंड्या पर ढीला शाट खेल गये जो आसान कैच के रुप में मिड आफ पर कोहली के पास पहुंच गया.
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काइल होप और शाई होप जब सहजता से कैरेबियाई पारी को आगे बढा रहे थे तब उमेश ने लगातार गेंदों पर दो विकेट लेकर उसे झकझोर दिया. उन्होंने काइल होप को अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया. गेंद में कुछ खास नहीं था लेकिन काइल होप उसे सही तरह से पुल नहीं कर पाये और मिडविकेट पर खडे शिखर धवन को कैच दे बैठे। काइल होप ने अपनी 50 गेंद की पारी में नौ चौके लगाये. उमेश की अगली गेंद हालांकि खास थी. उनकी इनस्विंग को नये बल्लेबाज रोस्टन चेज नहीं समझ पाये और पगबाधा की जोरदार अपील पर अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया. चेज ने रेफरल का सहारा लिया लेकिन रीप्ले से साफ हो गया कि गेंद सीधे लेग स्टंप पर लग रही थी. इस तरह से वेस्टइंडीज का स्कोर दो विकेट पर 76 रन हो गया.
नये बल्लेबाज जैसन मोहम्मद के लिये भारतीय स्पिनरों को खेलने में दिक्कत हो रही थी. रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव के अलावा कामचलाउ आफ स्पिनर केदार जाधव ने बीच के ओवरों में बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया. जाधव ने मोहम्मद को वापस कैच देने के लिये मजबूर किया जिन्होंने 39 गेंदों का सामना करके 16 रन बनाये। जाधव को जल्द ही कप्तान होल्डर का विकेट भी मिल जाता लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने विकेट के पीछे उनका मुश्किल कैच छोड दिया. होल्डर के आने के बाद स्कोर बोर्ड ने कुछ गति पकडी. उनका पंड्या पर डीप मिडविकेट पर लगाया गया पारी का पहला छक्का दर्शनीय था। होल्डर जब हावी होकर खेल रहे थे तब कोहली ने शमी को गेंद थमायी. कैरेबियाई कप्तान ने फिर से हवा में शाट खेला लेकिन इस बार धवन ने लंबी दौड लगाकर उसे कैच में बदल दिया.
यह शमी का विश्व कप 2015 के बाद वनडे में पहला विकेट था. इस बीच शाई होप ने 94 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. शमी ने अपने अगले ओवर में उनकी लंबी और संघर्षपूर्ण पारी का अंत किया. शाई होप उनकी तेजी से उठती गेंद पर सही तरह से पुल नहीं कर पाये और उनका शाट मिडविकेट पर हवा में लहराने लगा. अजिंक्य रहाणे ने डीप स्क्वायर लेग से दौड लगाकर आगे डाइव लगाकर उसे बडी खूबसूरती से कैच में बदला. शाई होप ने अपनी पारी में पांच चौके लगाये. शमी ने एश्ले नर्स को आउट करके लगातार तीसरे ओवर में तीसरा विकेट लिया. धोनी ने कुलदीप की गेंद पर देवेंद्र बिशू (छह) को जीवनदान दिया लेकिन शमी उन्हें पवेलियन भेजने में सफल रहे.