चटगांव : कमजोर टीमों को करारी शिकस्त देने में माहिर श्रीलंका ने आज अपना कहर नीदरलैंड पर बरपाया और यहां आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप के ग्रुप एक के मैच में 90 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से बडी जीत दर्ज करके यूरोपीय टीम को क्रिकेट का कडा सबक भी सिखाया.
आयरलैंड के खिलाफ क्वालीफाईंग के आखिरी मैच में हैरतअंगेज प्रदर्शन करने वाली नीदरलैंड की टीम श्रीलंकाई चीतों के सामने 10.3 ओवर में 39 रन पर ढेर हो गयी जो अंतरराष्ट्रीय टी20 में न्यूनतम स्कोर भी है. श्रीलंका ने पांच ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया. टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक गेंद शेष रहते हुए जीत दर्ज करने का रिकार्ड अब श्रीलंका के नाम दर्ज है.
मध्यम गति के गेंदबाज एंजेलो मैथ्यूज (16 रन देकर तीन), करिश्माई स्पिनर अजंता मेंडिस (12 रन देकर तीन) और तेज गेंदबाज लेसिथ मालिंगा (पांच रन देकर दो विकेट) के सामने पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाली नीदरलैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी. उसका केवल एक बल्लेबाज टाम कूपर (16) दोहरे अंक में पहुंचा.
यह अंतरराष्ट्रीय टी20 में पहला अवसर है जबकि कोई टीम 50 रन तक भी नहीं पहुंच पायी. इससे पहले न्यूनतम स्कोर का रिकार्ड कीनिया के नाम पर था जिसने 2013 में अफगानिस्तान के खिलाफ शारजाह में 56 रन बनाये थे. टी20 विश्व कप में इससे पहले न्यूनतम स्कोर (68 रन) आयरलैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2010 में प्रोविन्स में बनाया था. ओवरआल टी20 में नीदरलैंड का स्कोर त्रिपुरा (30 रन बनाम झारखंड, 2009) के बाद दूसरा न्यूनतम स्कोर है.
इस तरह से टेस्ट, वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड रखने वाले श्रीलंका के नाम पर वनडे और टी20 में विरोधी टीमों को न्यूनतम स्कोर पर आउट करने का रिकार्ड भी दर्ज हो गया. श्रीलंका ने 2004 में एकदिवसीय मैच में जिम्बाब्वे को 35 रन पर ढेर कर दिया था. कुसाल परेरा (14) के आउट होने से श्रीलंका का हालांकि दस विकेट से जीत दर्ज करने का सपना पूरा नहीं हो पाया. मध्यम गति के गेंदबाज एहसान मलिक जामिल की गेंद परेरा के बल्ले के उपरी किनारे से लगकर मिड आन पर कैच के रुप में चली गयी. तिलकरत्ने दिलशान (नाबाद 12) और माहेला जयवर्धने (नाबाद 11) ने बल्लेबाजी कुछ अभ्यास किया.
श्रीलंका की यह लगातार दूसरी जीत है. उसने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को हराया. इससे वह चार अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गया है. यह मैच श्रीलंकाई गेंदबाजों के नाम रहा. नुवान कुलशेखरा के दोनों ओवर मेडन रहे और उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ नीदरलैंड को तूफानी शुरुआत देने वाले स्टीफन माइबर्ग को पहले ओवर में पवेलियन भी भेजा. मैथ्यूज ने अगले ओवर में माइकल स्वार्ट और वेस्ले बारासी को लगातार गेंदों पर आउट कर दिया. मैथ्यूज जब हैट्रिक पर थे तभी एक टावर की बत्तियां गुल होने से मैच में व्यवधान पडा.
पीटर बोरेन ने मैथ्यूज की हैट्रिक रोकी लेकिन अगले ओवर में इसी गेंदबाज ने उन्हें पगबाधा आउट किया. आयरलैंड के खिलाफ पावरप्ले में रिकार्ड 91 रन बनाने वाले नीदरलैंड का स्कोर इन पहले छह ओवर में चार विकेट पर 15 रन था जो पावरप्ले में उसका न्यूनतम स्कोर है. अब कूपर बंधुओं पर नजर थी लेकिन बेन कूपर (8) रन आउट हो गये और टाम कूपर (15) मेंडिस के जाल में फंस गये. इसके बाद मालिंगा और मेंडिस ने पुछल्ले बल्लेबाजों को समेटने में देर नहीं लगायी. नीदरलैंड ने आखिरी पांच विकेट छह रन के अंदर गंवाये.