Chandra Grahan (Lunar Eclipse) November 2020 Date and Time, Today Timings in India, Sutak kitne baje lagega (kitne samay se padega): 30 नवंबर 2020 यानी आज साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगा. हालांकि इसी साल दिसंबर में एक और ग्रहण सूर्य ग्रहण भी लगा. आज का ग्रहण चंद्रमा का उपछाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं हुआ. चंद्र ग्रहण दोपहर 1.04 बजे से शुरू होकर शाम 5.22 बजे खत्म हुआ. ये चंद्र ग्रहण भारत के सभी शहरों में नहीं दिखा और इसका प्रभाव भी नहीं रहा. पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में ही इस ग्रहण की छाया पड़ी. इस ब्लॉग के जरिए आइए जानते हैं कि देश के किस शहर में ग्रहण का प्रभाव क्या है और चंद्र ग्रहण कितने बजे से लगा और कब खत्म हुआ....
चंद्र ग्रहण का समापन शाम 5 बजकर 22 मिनट पर हुआ. ग्रहण लगने से उसकी नकारात्मक ऊर्जा भी घर में प्रवेश कर जाती है. ऐसे में घर का शुद्धिकरण भी ग्रहण के पश्चात् अवश्य करना चाहिए. पूरे घर में गंगा जल झिड़कें. घर में पोछा भी कर सकते हैं. ऐसा करने से ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी.
नवंबर में दिखने वाले फूल मून यानी पूर्ण चंद्र को दुनिया भर में कई नामों से जाना जाता है. जैसे कोल्ड मून (Cold Moon), फ्रॉस्ट मून (Frost Moon), विंटर मून (Winter Moon), ओक मून (Oak Moon), मून बिफोर यूले (Moon before Yule) और चाइल्ड मून (Child Moon).
पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) देख पाना आम आदमी के बस का नहीं होगा क्योंकि इसके लिए खास उपकरण, सही समय और सही लोकेशन का होना बहुत जरूरी है. नासा ने बताया है कि उत्तरी अमेरिका में पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) दिखाई देगा लेकिन आम इंसान इसे समझ नहीं पाएगा. पूर्ण चंद्र के समय हल्की से रोशनी कम होगी लेकिन थोड़ी ही देर में यह सामान्य हो जाएगी
इस चंद्र ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, एशिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता है. हालांकि ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा लेकिन इसका प्रभाव जरूर पड़ेगा. वहीं चंद्र ग्रहण से शुरू होने से पहले सूतक लग जाता है लेकिन इस बार यह उपछाया ग्रहण है, इसलिए इस दौरान इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.
timeanddate.com की वेबसाइट के मुताबिक, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पटना सहित पूरे बिहार में ग्रहण का वास्तविक असर 5 बजे से शुरू होकर 5 बजकर 23 मिनट शाम तक ही होगा. यानी सिर्फ इन 23 सेकेंड में ही चंद्रमा की छाया धरती पर पड़ेगी. हालांकि ग्रहण काल दोपहर 1.04 बजे से शुरू हो जाएगा और ये 5.22 बजे समाप्त होगा.
आज का चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2020) एक उपछाया चंद्र ग्रहण है. यानी ज्योतिष गणना में इसका सूतक प्रभाव नहीं होता है. इसके अलावा यह ग्रहण वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में लगने वाला है जिसका प्रभाव 15 दिसंबर तक बना रहेगा. हालांकि यह ग्रहण देश में दिखाई नहीं देगा.