रांची : करवा चौथ यानी सुहाग की सलामती की दुआ मांगने का दिन….सुहागिन महिलाएं सोलह शृंगार करेंगी. इस दिन आसमान में चौथ की चांदनी बिखरेगी. अरमानों का चांद खिलेगा. चंदा जैसी सजी-धजी दुल्हन चलनी से चंद्रमा का दीदार करेंगी. पति की लंबी आयु के लिए चांद से दुआ मांगेंगी.
सुख-समृद्धि की कामना करेंगी. इस व्रत में पति के लिए दिन भर निर्जला उपवास रखने की परंपरा है. करवा चौथ की तैयारी शुरू हो गयी है. सुहागिन महिलाओं के चेहरे पर व्रत की खुशी झलक रही है. बेसब्री से शनिवार का इंतजार है. हर कोई सोलह शृंगार के लिए उत्साहित है.
करवा चौथ 27 अक्तूबर है. शाम 7.58 बजे तृतीया समाप्त हो रही है. डॉ सुनील वर्मन ने बताया कि तृतीया समाप्त होते ही चतुर्थी लग जायेगी. यह रविवार शाम 6:23 तक रहेगी. शनिवार को चंद्र दर्शन शाम 7.37 बजे किया जा सकता है. इस दिन चंद्रमा की राशि रोहिणी मिलने से भी इसका महत्व बढ़ गया है. यह योग 27 वर्षों के बाद बन रहा है. यह दुर्लभ योग इस बार करवा चौथ को खास बनायेगा. इस बार अमृत सिद्धि और स्वार्थ सिद्धि योग है.
बाजार में साड़ी सूट और मेहंदी सबकुछ है खास
करवा चौथ को लेकर बाजार सज चुका है. महिलाओं की भीड़ जुट रही है. साड़ी-सूट से लेकर चूड़ी-मेहंदी की दुकानों पर भीड़ है. दुर्गा पूजा के बाद फिर से रौनक दिख रही है. बाजार में खास कलेक्शन पेश किये गये हैं. साड़ियाें की आकर्षक डिजाइन सबको लुभा रही है. हैवी डिजाइन ब्लाउज की डिमांड है. लहठी, चूड़ा के अलावा आकर्षक चुड़ियों की ढेरों रेंज पेश की गयी है़ पार्लर में भी एडवांस बुकिंग चल रही है.