प्रधानमंत्री की डिग्रियों को नकली बता कर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर खबरों में हैं. कोई उनसे पूछे कि देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए क्या किसी डिग्री का होना आवश्यक है़ मेरी राय में प्रतिभा किसी भी कागज के टुकड़े का मोहताज नहीं होता, वह तो एक न एक दिन सिर चढ़ कर बोलता ही है.
अभी तक तो संविधान के अनुसार एक अशिक्षित आदमी को भी देश का प्रधानमंत्री बनने का हक प्राप्त है. देश के प्रधानमंत्री के बारे में ऐसी बातें कह कर आम आदमी पार्टी ने नरेंद्र मोदी की नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचायी है. केजरीवाल जैसे नेताओं को यह समझना चाहिए कि उच्च पदस्थ नेताओं पर अनर्गल बयानों से मीडिया में तो जगह मिल सकती है मगर जनता के दिलों में नहीं.
पीयूष पांडेय, धनबाद