29 दिसंबर ‘सत्ता से अलग हो खुद को बदले कांग्रेस’ पढ़ कर पता चला कि सचमुच कांग्रेस राहुल गांधी को खत्म कर रही है. राहुल, युवा हैं, सीधे-सादे हैं. धूर्तता, दावं-पेच तथा जोड़-तोड़ वाले मौजूदा आंतरिक राजनीतिक माहौल से परे, परिस्थितियों के अनुरूप सही बात कहने वाले इनसान हैं.
चाहे वह बात अपनी ही पार्टी के खिलाफ क्यों न जाती हो! सचमुच वे कांग्रेसी राजनीति के धुरंधर खिलाड़ियों के चरित्र से अनजान हैं. आईने में वे अपनी जैसी तसवीर को देखते हैं, वैसी ही तसवीर अपनी पार्टी के लोगों की भी चाहते हैं और समय पर उन्हें जायज सलाह भी दे डालते हैं.
पर जमाने से सत्ता का सुख भोग चुके पुराने नेतागण इनकी बातों को खास तरजीह नहीं देते. पुराने और उम्र में बड़े अधिकतर कांग्रेसी नेता तो इन्हें बच्चा ही समझते हैं. इन नेताओं को अपनी धारणा बदलनी होगी.
मोहम्मद सलीम, बरकाकाना