रघुवर दास
मुख्यमंत्री, झारखंड
नये वर्ष की शुरुआत एक ऐसा समय होता है, जब हम अपने अतीत में झांकते हैं. भविष्य की ओर देखते हैं. प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से झारखंड देश का एक सुंदर प्रदेश है. यहां प्रकृति ने अपना वैभव उन्मुक्त हस्त से लुटाया है. पहाड़ हैं, नदियां हैं, वन हैं, खनिज है. यहां की धरती प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण है. फिर भी झारखंड समस्याओं से उलझा रहा है.
जब राज्य में विकास नहीं होता, तो वहां असंतोष पैदा होता है. जब असंतोष बढ़ता है, तो कानून-व्यवस्था के सामने कठिन परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं. विकास के लिए जरूरी है कि प्रदेश में शांति और सद्भाव बना रहे. उसे और सुदृढ़ बनाने में नागरिकों की भी भूमिका अहम है. यह अकेले सरकार द्वारा नहीं किया जा सकता है.
समस्याओं में पहली महत्वपूर्ण समस्या है भ्रष्टाचार. भ्रष्टाचार का रोग राज्य को कैंसर की तरह खाये जा रहा है. इससे हमने लड़ने का निर्णय लिया है. भ्रष्टाचार से लड़ने की हमारी नीति स्पष्ट है. किसी भी कीमत पर, किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
दूसरी समस्या है बेरोजगारी. यह सबसे बड़ी समस्या है. पूर्ण रोजगार के लिए योजना बनाना कठिन है, लेकिन, असंभव नहीं. बेरोजगारी से लड़ने के लिए हमारी सरकार ग्राम पंचायत में योजना बनाओ अभियान की नये वर्ष से शुरुआत कर रही है. लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ग्राम सभाओं को स्थानीय स्वशासन का कारगर माध्यम बनाना आवश्यक है.
यह कार्य सिर्फ जनआंदोलन के जरिये ही किया जा सकता है. जब हम नये झारखंड के निर्माण के अपने साझा सपने की बात कर रहे हैं, तो जाहिर है कि हमें ग्रामीण विकास के महत्व को समझना होगा. कृषि हमारी अर्थव्यवस्था तथा संस्कृति की धुरी है.
बंजर भूमि विकास, सिंचाई, बागवानी, पशुपालन तथा ग्रामीण विकास के आधारभूत ढांचे से संबंधित योजनाओं के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त धन राशि निर्धारित की जा रही है. सार्वजनिक निवेश को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. इससे काफी संख्या में रोजगार का सृजन होगा.
तीसरी समस्या शिक्षा एवं विकास से संबंधित है. हमारे राज्य स्तरीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में शिक्षा के महत्व की अनदेखी नहीं की जा सकती. हमें शिक्षा पिरामिड के हर स्तर पर गुणवत्ता एवं मानकों में सुधार लाने की जरूरत है. मेरी सरकार प्रारंभिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा सहित उच्चतर शिक्षा के लक्ष्य को पूरा करने के प्रति वचनबद्ध है.
आनेवाले समय में आधारभूत संरचनाओं के विकास यथा सड़क, पुल, पेयजल, बांध, बिजली, रेल जैसे क्षेत्रों में काम करने की जरूरत है. इस दिशा में हमारी सरकार तेजी से काम कर रही है.
झारखंड समान रूप से उसके सभी नागरिकों और समुदायों का है. न किसी के लिए ज्यादा और न किसी के लिए कम. उसी तरह सभी नागरिकों और समुदायों का भी यह समान कर्तव्य है कि झारखंड की मजबूती और राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें. मेरी सरकार राज्य के हित के कई और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनाने की कोशिश कर रही है और आगे भी करती रहेगी. महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमें राजनीति के खेल से बचना चाहिए.
जब तक महिला सशक्त नहीं होगी, विकास की बात करना बेमानी है. इसलिए हमारी सरकार ने महिला सशक्तिकरण की िदशा में काम करने का निश्चय किया है. बीपीएल महिलाओं को दो दुधारू गाय देने, कौशल िवकास के िलए महिला एसएचजी को दो लाख रुपये तक अनुदान, कस्तूरबा िवद्यालय की बच्चियों को टैब व सोलर लालटेन वितरित करने जैसे निर्णय लिये हैं.
अंत में नये वर्ष के सुअवसर पर मैं आप सबको आश्वासन देता हूं कि कुछ प्रारंभिक कठिनाइयों के बावजूद झारखंड में एक स्थायी, मजबूत और काम करनेवाली सरकार को देखने की जनता की इच्छा पूरी होगी. राज्य का विकास हो, तेजी से विकास हो, सही दिशा में विकास हो, यह बहुत आवश्यक है. सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है.