आज सेलफोन का जमाना है. इसका इस्तेमाल बात करने के साथ सोशल एप के माध्यम से तरह-तरह की जानकारी व समाचार प्राप्त करने के लिए होता है. खुद को अपडेट रखने में कोई बुराई नहीं है, मगर आवश्यकता से ज्यादा किसी भी चीज का इस्तेमाल सही नहीं है. इसकी लत रिश्तों में दूरी की वजह बन रही है.
हम आसपास रहते हुए भी कई लोगों से बातचीत नहीं कर पाते. यहां तक कि घर के सदस्यों के साथ भी दूरियां बन रही हैं. क्योंकि, सेलफोन की लत इतनी बुरी है कि समय का कुछ पता नहीं चल पाता. अब किशोर और वयस्क के साथ-साथ बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई के साथ उनकी सेहत पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.
प्रीतम राज, कौआकोल (नवादा)