परीक्षा से पहले जहां विद्यार्थी अच्छे अंक पाने के दबाव में होते हैं, वहीं दूसरी तरफ परीक्षा पास करने के बाद अच्छे संस्थानों में दाखिला लेने के लिए परेशान. माना कि क्लास में शिक्षक एक समान ज्ञान विद्यार्थियों को बांटते हैं, लेकिन हर विद्यार्थी अपनी क्षमता के हिसाब से ज्ञान अजिर्त करता है. कोई अव्वल, कोई औसत तो कोई विद्यार्थी कम अंकों के साथ परीक्षा पास करता है.
परीक्षा नजदीक देख कर सभी विद्यार्थी अच्छे अंक पाने की तैयारी में लग जाते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं. मेहनत के बाद उन्हें अच्छे अंक मिल भी जाते हैं, लेकिन विद्यार्थियों के सामने अच्छे संस्थान में दाखिले की समस्या खड़ी हो जाती है. अगर आपका स्कोर नौ सीजीपीए से अधिक है, तभी आपको किसी अच्छे संस्थान में दखिला मिलेगा. ऐसे में सवाल है कि 70-80 प्रतिशत अंक लानेवाले औसत विद्यार्थी कहां जायें?
गुंजन श्रीवास्तव, आदित्यपुर, जमशेदपुर