विकास के प्रति समर्पित वर्तमान सरकार द्वारा बनायी गयी स्वास्थ्य योजनाएं व नीतियां मील का पत्थर साबित हो सकती हैं, यदि वास्तव में इन सभी कदमों को जमीनी स्तर पर दृढ़ता से उतारा जाये.
ग्रामीण क्षेत्र के उपस्वास्थ्य केंद्रों के स्तर पर सरकार का कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की पदस्थापना की संकल्पना शुभ संकेत है. इससे समाज के अंतिम पायदान, विशेषकर ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी. वर्तमान में लगभग छह वर्ष पूर्व में बने कई उपस्वास्थ्य केंद्र प्रारंभ होने की प्रतीक्षा में जर्जर होने लगे है.
झारखंड में 17 वर्षों में न तो चिकित्सा कॉलेजों की सीटें पर्याप्त रूप से बढ़ीं, न ही नये कॉलेज स्थापित हो पाये हैं. इस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है. यदि सरकार सबका साथ सबका विकास के प्रति दृढ़ संकल्पित है, तो ‘सबका स्वास्थ्य’ के सिद्धांत पर आगे बढ़ना चाहिए.
एमइएच अंसारी, मधुपुर, देवघर