जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तब से लेकर आज तक हमलोगों ने खूब सपने देखे है. कुछ सपने साकार हुए हैं. कुछ होने जैसे लग रहे हैं, लेकिन कुछ सपने अभी भी अधूरे हैं, जिसकी फिक्र किसी को नहीं है. हमलोगों ने मौजूदा सरकार से डिजिटल इंडिया, गांवों और गरीबों के विकास के बारे में खूब सुना है.
लेकिन सच्चाई यह है कि देश के गांव के किसान का इस बारिश के मौसम में जीना हराम हो गया है. बेचारा गरीब किसान धान की खेती करने के लिए बारिश होने की प्रार्थना तो करता है, लेकिन बारिश होने के बाद उन गरीबों का घर पानी में डूब जाता है. गावों में उनकी स्थिति देखी जा सकती है. देश का गरीब भगवान के ही भरोसे है. इस समस्या पर जल्दी समाधान करने की जरूरत है.
उत्सव रंजन, नीमा, हजारीबाग