न्यू याॅर्क : अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने लॉकहीड मार्टिन कंपनी से नये विकसित किये गये एफ-35 विमानों की खरीद के लिए 22.7 अरब डॉलर का नया आर्डर दिया है. इसके तहत 255 की संख्या में ये विमान खरीदे जायेंगे.
इन विमानों के विकास का कार्यक्रम 90 के दशक प्रारंभ से चल रहा था और यह अमेरिका के सैन्य इतिहास में सबसे महंगा हथियार बताया जा रहा है. इस कार्यक्रम पर 400 अरब डॉलर की लागत आने का अनुमान है और आनेवाले वर्षों में ऐसे 2,500 विमान तैयार करने का लक्ष्य है. ये विमान 2070 तक सेवा में रह सकते हैं. इनके मरम्मत और रखरखाव आदि का बंदोबस्त करने की लागत को जोड़ लें तो इस अवधि में पूरे कार्यक्रम की लागत 1,500 अरब डॉलर बैठेगी. अमेरिकी रक्षा विभाग की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, इन 255 युद्धक विमानों में से 106 अमेरिकी सेनाओं के लिए तैयार किये गये हैं. बाकी दूसरे देशों के लिए होंगे. इन 106 में से अमेरिकी वायुसेना को 64 एफ-35ए, अमेरिकी मरीन को 26 एफ-35बी और अमेरिकी नौसेना को 16 एफ-35सी प्राप्त होंगे.
विज्ञप्ति के मुताबिक, पेंटागन की ओर विनिर्माता कंपनी को पेशगी के तौर पर 6 अरब डाॅलर की रकम दी जा रही है. लॉकहीड मार्टिन यह आर्डर 2023 तक पूरा करेगी. इस विमानों के विनिर्माण का अधिकांश कार्य अमेरिका में ही किया जायेगा. इसके कुछ छोटे-मोटे काम ब्रिटेन और इटली से भी कराये जा सकते हैं. पेंटागन के अनुसार अब तक पूरी दुनिया में 320 एफ-35 विमानों की आपूर्ति की जा चुकी है. इनमें से 245 विमान अमेरिका ने खरीदे हैं. पेंटागन ने यह भी कहा है कि उसने इसी कंपनी से आठ सैन्य एमएच-60आर हेलीकाॅप्टर खरीदने का भी आर्डर प्रस्तुत किया है. यह आर्डर 38.2 डॉलर का है.