नयी दिल्ली : भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने दो साल के विश्राम के बाद वापसी पर नादिया किचनोक के साथ मिलकर डब्ल्यूटीए होबार्ट इंटरनेशनल का युगल खिताब जीतने के बाद शनिवार को कहा कि उन्हें फुर्ती और फिटनेस को लेकर कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन वह नर्वस जरूर थी.
सानिया और उक्रेन की गैरवरीयता प्राप्त जोड़ी ने होबार्ट इंटरनेशनल ट्राफी के फाइनल में शुहाई पेंग और शुहाई झांग की दूसरी वरीयता प्राप्त चीनी जोड़ी को एक घंटे 21 मिनट तक चले मैच में 6-4, 6-4 से हराया.
सानिया ने फिटनेस हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन कोर्ट पर उनकी फुर्ती देख कर लगा ही नहीं कि वह लंबे समय तक खेल से दूर रही थीं. सानिया ने मेलबर्न से विशेष साक्षात्कार में कहा, यह कुछ ऐसा था जिसकी मैंने उम्मीद नहीं की थी. मैं वापसी के बाद अपने पहले टूर्नामेंट में ऐसे प्रदर्शन से काफी रोमांचित हूं.
उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगा था कि मैं इतनी फुर्ती बरकरार नहीं रख पाऊंगी. मैं अपनी फिटनेस को लेकर हैरान हूं. अभी हालांकि मैं काफी सुधार कर सकती हूं, यही चीज आपको चैम्पियन बनाती है. आप हमेशा जैसे हैं उससे बेहतर करना चाहते हैं.
छह गैंडस्लैम जीत चुकी 33 साल की इस खिलाड़ी ने कहा कि वापसी पर सफलता हासिल करने के लिए किसी मंत्र की जरूरत नहीं, लेकिन वह यहां बिना किसी दबाव के खेलीं.
उन्होंने कहा, सफलता हासिल करने की कोई कुंजी नहीं है. मैंने अपने खेल का लुत्फ उठाया। आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और अपना खेल खेलना होता है. मैं ढाई साल के बाद खेल रही थी और नये सहयोगी के साथ। इसलिए ना तो काई दबाव था ना ही कोई उम्मीद थी.
इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा, पहले मैच में मैं थोड़ी दबाव में थी क्योंकि मुझे नहीं पता था कि शरीर पर खेल का क्या असर होगा. यह मुश्किल मुकाबला था लेकिन इससे हमारे लिए आगे के रास्ते आसान हो गये. मैं मैच दर मैच में सुधार कर खुश हूं.
सानिया ने कहा कि बेटे इजहान को जन्म देने के बाद उनके शरीर में निश्चित रूप से बदलाव आया है, लेकिन मैच के बाद तरोताजा होने के लिए उन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने कहा, इसमें बदलाव आता है. मेरे पैर में चोट है और अभी बात करते समय भी मैंने बर्फ लगायी हुई है.
शरीर में काफी बदलाव आया है लेकिन तरोताजा होने का तरीका लगभग वही है. सेरेना विलियम्स ने 2018 में मां बनने के बाद वापसी की जबकि विक्टोरिया अजारेंका और एवगेनिया रोडिना जैसी खिलाड़ी भी मां है. सानिया से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने टेनिस में सक्रिय किसी मां से प्रेरणा ली तो उन्होंने कहा, मैंने किसी से बात नहीं की लेकिन इतनी सारी मांओं को विभिन्न खेलों में खेलते देखना अच्छा लगता है.
सानिया आस्ट्रेलियाई ओपन में रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाकर मिश्रित युगल में उतरेंगी. रियो ओलंपिक के बाद यह जोड़ी शायद फिर से ओलंपिक तक साथ खेले. सानिया ने कहा, हमारा ध्यान किसी ऐसी चीज पर नहीं है जिसमें अभी सात महीने का समय है. इस दौरान हमें 15 टूर्नामेंट खेलने हैं. मैंने नवंबर में राजीव (अमेरिका) से बात की थी लेकिन वह बीमार हो गये. मैंने रोहन से पूछा और वह तैयार हो गये.