सुपौल : सुपौल लोकसभा क्षेत्र में मंगलवार को मतदान का कार्य शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई. मतदाताओं में वोट डालने को लेकर काफी उत्साह देखा गया. सुबह में हुई बारिश और मतदान केंद्रों पर ईवीएम में दर्जनों जगह हुई गड़बड़ी की समस्याओं के बावजूद मतदाताओं का उत्साह कम नहीं हुआ. उन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.
Advertisement
कम नहीं हुआ मतदाताओं का जज्बा, जम कर किया मतदान
सुपौल : सुपौल लोकसभा क्षेत्र में मंगलवार को मतदान का कार्य शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई. मतदाताओं में वोट डालने को लेकर काफी उत्साह देखा गया. सुबह में हुई बारिश और मतदान केंद्रों पर ईवीएम में दर्जनों जगह हुई गड़बड़ी की समस्याओं के बावजूद मतदाताओं का उत्साह कम […]
मौसम खराब होने की वजह से सुबह में बूथों पर मतदाताओं की कुछ कम उपस्थिति देखी गयी. लेकिन दिन चढ़ते ही मतदाताओं की कतार बढ़ने लगी. जो मतदान समाप्त होने तक जारी रहा. मतदान केंद्रों पर इस बार विशेष तौर से महिलाओं की लंबी कतार देखी गयी. वहीं युवा मतदाताओं ने भी पूरे जोश के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
मरौना प्रखंड के खुखनाहा गांव निवासी ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया. बाढ़ की पीड़ा से प्रभावित ग्रामीणों में प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश था. हालांकि जिले के बांकी हिस्सों में लोगों ने शांतिपूर्वक मतदान में भाग लिया. इस दौरान डीएम, एसपी सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी लगातार सक्रिय दिखे.
मतदान को लेकर सभी बूथों पर सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया गया था. हरेक मतदान केंद्र पर सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. वहीं नेपाल सहित जिले की अन्य सीमाओं को दिन भर के लिये सील कर दिया गया था. तटबंध के अंदर के कुछ हिस्सों में नाव की व्यवस्था की गयी थी. वहीं कुछ मतदान केंद्र गांव से दूर रहने के कारण ग्रामीणों को परेशानी भी झेलनी पड़ी.
प्रशासन द्वारा कई मतदान केंद्र बनाए गये थे. हालांकि इन आदर्श मतदान केंद्रों पर अपेक्षित सुविधा की कमी देखी गयी. वहीं दिव्यांगों के लिये सुविधा का जो दावा किया गया था, वह भी अपर्याप्त दिखा. इन सब के बावजूद लोकतंत्र के इस उत्सव में मतदाताओं का उत्साह बना रहा और कई व्यवधानों के बावजूद आखिरकार लोकतंत्र का जज्बा विजयी रहा.
गौरतलब है कि सुपौल लोकसभा क्षेत्र में कुल छह विधानसभा क्षेत्र हैं. जिसमें सुपौल, निर्मली, पिपरा, त्रिवेणीगंज, छातापुर एवं सिंहेश्वर शामिल हैं. इस चुनाव में यहां कुल 20 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. मतदाताओं ने सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद कर दी है. जाहिर तौर पर आगामी 23 मई को मतगणना के बाद ही परिणाम की जानकारी मिल पायेगी.
Advertisement