ठेठइटांगर : प्रखंड के जोराम पंचायत के अंबापानी जीइएल चर्च में दृढ़ीकरण संस्कार समारोह का आयोजन किया, जिसमें 24 युवक और 22 युवती सहित 46 अभिलासी को दृढ़ीकरण संस्कार दिया गया. मुख्य अनुष्ठाता पादरी संतोष सुरीन ने दृढ़ीकरण की धर्म विधि संपन्न करायी. अपने संदेश में पादरी संतोष सुरीन ने कहा कि मनुष्य दृढ़ीकरण संस्कार पाने के साथ ही कलीसिया का पूर्ण अंग बन जाता है और ईश्वर के करीब पहुंच जाता हैं. कलीसिया से जुड़ने के लिए दृढ़ीकरण संस्कार जरूरी है.
उन्होंने कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार मिलते ही एक नये जीवन की शुरुआत होती है. प्रत्येक विश्वासी को चाहिए कि प्रभु यीशु पर विश्वास करते हुए अपने कलीसिया समाज और परिवार के लिए तन, मन, धन से कार्य करें. उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग भटक गया है. उन्होंने नशापान से दूर रहने की सलाह दी तथा शिक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा . उन्होंने कहा कि आज समाज के पुरोहित हो या माता-पिता, सभी को अपनी कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वह्न करने की जरूरत है.
दृढ़ीकरण संस्कार अनुष्ठान में सहयोगी के रूप में पादरी बसंत कुमार बारला, पादरी नीरल समद , पावल लुगून कंडीत, जोनसन टेटे, बातुवेल लुगून, प्रचारक विलकन सुरीन, एनेम लुगून, नाहुम समद, हीराम लकड़ा, जुबलेन होरो, प्रभु सहाय डांग के अलावा अन्य पुरोहित उपस्थित थे. इससे पूर्व दृढ़ीकरण अभिलाषी युवक-युवतियों द्वारा सभी पुरोहितों को चर्च से स्वागत करते हुए समारोह स्थल तक लाया गया. अनुष्ठान के दौरान कोयर दल के सदस्यों द्वारा यीशु का भजन प्रस्तुत किया गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला परिषद सदस्य जेम्स लुगुन ,पंचायत समिति के सदस्य प्रभुदास केरकेट्टा, जोनसन होरो, सुरशेन लकड़ा, बिलचुस तिर्की, सुलेमान लुगून, विलयम तिर्की, जे खलखो, हनुक लकड़ा के अलावा अन्य लाेगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.