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सिलीगुड़ी : वाइल्ड लाइफ क्राइम रोकने की कवायद तेज, तीन देश मिलकर बनायेंगे विशेष टास्क फोर्स
सिलीगुड़ी : वन्यप्राणी अपराध (वाइल्ड लाइफ क्राइम) पर नकेल कसने के लिए भारत, नेपाल व भूटान ने सम्मिलित रूप से एक विशेष टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया है. इसको लेकर तीनों देशों की वन्यप्राणी विभाग अपने सरकार से बातचीत करेगी. अपराध पर नियंत्रण के लिए तीनों देश आपस में जानकारी व विचारों के आदान-प्रदान […]
सिलीगुड़ी : वन्यप्राणी अपराध (वाइल्ड लाइफ क्राइम) पर नकेल कसने के लिए भारत, नेपाल व भूटान ने सम्मिलित रूप से एक विशेष टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया है. इसको लेकर तीनों देशों की वन्यप्राणी विभाग अपने सरकार से बातचीत करेगी. अपराध पर नियंत्रण के लिए तीनों देश आपस में जानकारी व विचारों के आदान-प्रदान करने का भी निर्णय लिया है.
कंचनजंघा स्थलाकृति में वन्यप्राणी से जुड़े अपराध बढ़े हैं. भारत,नेपाल व भूटान सरकार के लिए यह समस्या सिरदर्द है. वन्य प्राणियों के देहावशेषों की तस्करी में कंचनजंघा स्थलाकृति कोरिडोर तस्करी के लिए काफी आसान है. जंगल से होकर तीनों देशों की सीमाओं को काफी आसानी से पार किया जा सकता है.
इंटिग्रेटेड सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (आईसीआई एमओडी), पश्चिम बंगाल वन विभाग, हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर (एचएनएफ) के संयुक्त प्रयास से पहली बार आयोजित अंतराष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में कई समस्या सामने आयी है. आईसीआई एमओडी के सहायक महानिदेशक एकलब्य शर्मा ने बताया कि कंचनजंघा स्थलाकृति में भारत, नेपाल व भूटान की ट्रांस बाउंड्री लाइन है. पहाड़ी जंगलों से होकर हाथी, टाइगर व स्नो टाइगर इस कोरिडोर से आवाजाही करते हैं.
कंचनजंघा स्थलाकृति के पूर्व से पश्चिम तक कई समस्याएं हैं. तीनों देश के संयुक्त प्रयास से ही समस्याओं से निजात पाना संभव है. सेमिनार में उपस्थित पड़ोसी देश भूटान वन विभाग के प्रतिनिधि ताशी तोबग्येल ने बताया कि मैन एंड वाइल्ड लाइफ कनफ्लिक्ट तीनों देशों की प्रमुख समस्याओं में एक है. इस सेमिनार में तीनों देशों के एक साथ मिलकर वाइल्ड लाइफ क्राइम के खिलाफ लड़ने का निर्णय लिया है.
तीनों देशों को एक रोड मैप के तहत काम करना होगा. सेमिनार में उपस्थित नेपाल सरकार के राष्ट्रीय पार्क व वन्यप्राण संरक्षण विभाग के गोपाल प्रकाश भट्टराई ने कहा कि वन्यप्राण से जुड़े अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इस पर नकेल कसने के लिए तीनों देश को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है. इस सेमिनार में एक रोड मैप तैयार हुआ है. एक टास्क फोर्स गठन पर सहमति बनी है.
पश्चिम बंगाल सरकार के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन रविकांत सिन्हा ने कहा वन्यप्राणी सीमा को नहीं समझते हैं. वन्यप्राणियों के कोरिडोर का संरक्षण आवश्यक हो गया है. उन्होंने बताया कि वन्य अपराध पर नियंत्रण के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने उत्तर बंगाल के लिए राज्य का पहला टास्क फोर्स गठित किया है. पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ पश्चिम बंगाल रविकांत सिन्हा ने बताया कि वाइल्ड लाइफ क्राइम के खिलाफ भारत का कानून पूरे विश्व में काफी सख्त माना जाता है.
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