शिवहर : जिले की महिलाएं निर्जला उपवास रखकर अपने बच्चों की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए जीवित्पुत्रिका यानी जितिया व्रत आस्था के साथ मनायेगी.
इस दौरान राजलक्ष्मी आश्रम के आचार्य पंडित वेदप्रकाश शास्त्री ने बताया कि इस व्रत को करने वाली महिलाएं शनिवार 21 सितंबर को दोपहर 3:33 बजे से पहले ही नहाय खाय करेंगी. हालांकि 21 सितंबर को दोपहर 3:33 बजे के बाद से ही अष्टमी शुरु हो जाएगा. सोमवार 23 सितंबर को सूर्योदय के बाद गाय के दूध से व्रतियां व्रत का पारन कर व्रत को समाप्त करेंगी.
वहीं पंडित श्री शास्त्री ने यह भी बताया कि शास्त्र के अनुसार सप्तमी उपरांत अष्टमी में व्रत नहीं किया जाता है. यदि किया जाए तो पुत्र का नाश धन का नाश और साथ साथ राष्ट्र के लिए भी घातक हो सकता है. इसलिए रविवार 22 सितंबर को अष्टमी का उदय है. जो कि शनिवार 21 सितंबर को दोपहर 3:33 बजे से व्रत शुरु हो जाएगा. जिसके बाद अधिकांश लोग रविवार को ही व्रत मनायेंगे. इसके अलावा सोमवार 23 सितंबर को सूर्योदय के बाद व्रतियां द्वारा गाय के दूध से पारन कर व्रत को समाप्त किया जाना उतम है.