छपरा : शहरी क्षेत्र में फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन निर्माण का कार्य ठंडे बस्ते में जाता दिखायी दे रहा है. लगभग 10 दिनों पहले जिला प्रशासन के निर्देश पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर फुटपाथ पर अस्थायी रूप से चल रहे दुकानों को उजाड़ दिया गया था.
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शहर में वेंडिंग जोन निर्माण को नहीं मिल रही गति
छपरा : शहरी क्षेत्र में फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन निर्माण का कार्य ठंडे बस्ते में जाता दिखायी दे रहा है. लगभग 10 दिनों पहले जिला प्रशासन के निर्देश पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर फुटपाथ पर अस्थायी रूप से चल रहे दुकानों को उजाड़ दिया गया था. […]
एक वर्ष पूर्व इन दुकानदारों को आश्वासन दिया था कि शहर में जल्द ही एक स्थायी जगह चिह्नित कर इन्हें दुकान लगाने की अनुमति दी जायेगी. इसके बाजवूद वेंडिंग जोन के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू नही हो सकी. ऐसे में रोजाना की कमाई से अपना घर चलाने वाले इन दुकानदारों के समाने प्रशासनिक दबिश के आगे छुप-छुपाकर दुकान चलाने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है.
हर बार फुटपाथी दुकानदार ही होते हैं टारगेट : शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान में ज्यादातर फुटपाथी दुकानदार ही टारगेट में रहते हैं. सड़क जाम व अन्य समस्याओं का हवाला देकर साल में दो से तीन बार फुटपाथी दुकानदारों को उजाड़ दिया जाता है.
ऐसे दुकानदारों को हटाने से पहले उनके लिए वेंडिंग जोन निर्धारित किये जाने का प्रावधान है. लेकिन हर बार वेंडिंग जोन निर्धारण के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है, जिससे शहर के लगभग 2000 फुटपाथी दुकानदार रोजाना अपनी दुकान लगाने के लिए भटकते रहते हैं.
वहीं शहर के साहेबगंज, सोनारपट्टी, मौना रोड सरकारी बाजार, अस्पताल चौक, नगरपालिका चौक श्रीनंदन पथ आदि जगहों पर सैकड़ो ऐसे स्थायी दुकानदार हैं, जिनकी दुकान होने के बावजूद सड़क के फुटपाथ तक उनके द्वारा अतिक्रमण किया जाता है. ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रशासन हमेशा उदासीन रहता है.
सड़क किनारे वेंडिंग जोन बनाने का दिया आश्वासन
हटाने से पहले निर्धारित करनी है जगह : सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार फुटपाथी दुकानदारों को हटाने या उनकी अस्थायी दुकानों को तोड़ने के पहले स्थानीय प्रशासन को वेंडिंग जोन में बनाकर स्थायी जगह उपलब्ध करानी है. वेंडिंग जोन में शौचालय, पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाएं भी होनी चाहिए. वर्तमान नगर निगम की ओर से फुटपाथी दुकानदारों को चिह्नित कर उन्हें पहचान पत्र जरूर निर्गत किया गया है.
छह माह पूर्व नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में फुटपाथी विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों को डाकबंगला चौक से उत्तर जिला पर्षद मार्केट रोड में पूरब दिशा को ओर खाली जगहों और अलियर स्टैंड पोखरा के पास सड़क किनारे वेंडिंग जोन बनाने का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कोई निर्देश प्राप्त नहीं होने से फुटपाथी दुकानदार की समस्या जस की तस बनी हुई है.
शहर में हुआ 1200 वेंडरों का रजिस्ट्रेशन : शहर में हुए सर्वे के अनुसार 1200 रजिस्टर्ड वेंडर हैं. जिनमें से लगभग 400 को छपरा नगर निगम ने आइकार्ड दे दिया है. वहीं 800 से अधिक वेंडरों को आइकार्ड अभी दिया जाना है. शहर में कुल आठ जगहों पर वेंडिंग जोन बनाये जाने हैं, जिसमें राम जयपाल कॉलेज के समीप वेंडिंग जोन कई महीने पहले बनकर तैयार हो गया है.
लेकिन अभी तक उसे वेंडरों को सुपुर्द नहीं किया गया. इसके अलावा गांधी चौक से गरखा रोड की ओर जाने सड़क पर वेंडिंग जोन बनाने के लिए एनओसी को लेकर निगम लगातार प्रयास कर रहा है. एनओसी मिलते हैं यहां भी काम शुरू हो जायेगा.
अतिक्रमण हटाने के बाद खाली जगहों पर होती है पार्किंग : अतिक्रमण में नाम पर फुटपाथी दुकानदारों से जगह खाली तो करा लिया जाता है, लेकिन उन खाली जगहों पर लोग अपनी चारपहिया या दोपहिया वाहन पार्क करने लगते हैं.
बोले फुटपाथ विक्रेता संघ के अध्यक्ष : इस संबंध में नगर निगम से बात हुई है. जल्द से जल्द वेंडिंग जोन निर्धारित करने आग्रह किया गया है. फुटपाथी दुकानदारों के साथ संगठन हमेशा खड़ा है. विकास कुमार सैनी, अध्यक्ष
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