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दारोगा व हवलदार की हत्या का मामला : सारण जिला पर्षद अध्यक्ष समेत सात पर प्राथमिकी

छपरा : मढ़ौरा बाजार में पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआइटी) के दारोगा और हवलदार की हत्या के मामले में जिला पर्षद की अध्यक्ष मीना अरुण समेत सात लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मौके पर मौजूद एसआइटी के दारोगा विकास कुमार के फर्द बयान पर मढ़ौरा थाने में यह प्राथमिकी (थाना कांड […]

छपरा : मढ़ौरा बाजार में पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआइटी) के दारोगा और हवलदार की हत्या के मामले में जिला पर्षद की अध्यक्ष मीना अरुण समेत सात लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मौके पर मौजूद एसआइटी के दारोगा विकास कुमार के फर्द बयान पर मढ़ौरा थाने में यह प्राथमिकी (थाना कांड संख्या 596/19 ) दर्ज की गयी.
इसमें जिप अध्यक्ष के अलावा उनके पति पूर्व मुखिया व वर्तमान में यूपी में हुई हत्या के मामले में बलिया जेल में बंद अरुण सिंह, मढ़ौरा के अभिषेक सिंह, अवारी निवासी सुबोध सिंह, तरैया गलिमापुर निवासी रोहित सिंह, मढ़ौरा नवादा के राजू सिंह और इसुआपुर के चनचौरा निवासी पवन सिंह और कई अज्ञात को आरोपित बनाया गया है. प्राथमिकी में कहा गया है कि जिला पर्षद की अध्यक्ष मीना अरुण के भतीजा सुबोध सिंह और निजी बॉडीगार्ड रोहित सिंह को कई मामलों में जेल भेजने के कारण अपराधियों ने एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार व हवलदार फारूक अालम को मौत के घाट उतार दिया.
घटना के बारे में प्राथमिकी में दारोगा विकास कुमार ने कहा है कि मंगलवार की दोपहर 3:30 बजे दारोगा मिथिलेश कुमार के साथ वह और सिपाही रजनीश कुमार, फारूक आलम, जितेंद्र कुमार और रजत कुमार बोलेरो गाड़ी से अपने हथियार के साथ मढ़ौरा के लिए चले और 4:30 बजे मढ़ौरा थाना पहुंचे, जहां गड़खा थाना कांड संख्या 512/19, जिसमें डकैती की घटना में मोबाइल लूटी गयी थी और उक्त मोबाइल का लोकेशन मढ़ौरा बाजार बता रहा था, के संबंध में विचार-विमर्श किया गया. उसके बाद सभी वाहन से 6:20 बजे चल दिये. जैसे ही मढ़ौरा बाजार के शिव वस्त्रालय के पास गाड़ी पहुंची कि एक उजले रंग की स्काॅर्पियो ने आगे से घेर लिया, जिससे आठ-नौ व्यक्ति हाथ में राइफल व पिस्टल लिये उतरे और बोले कि मिथिलेश कुमार ने हमारे गिरोह को बहुत नुकसान पहुंचाया है. आज इसे खत्म कर देना है.
ऐसा कहते हुए गेट को खोलकर राइफल के कुंदा व बट से मारने लगे, तभी पीछे से चार-पांच बाइकों पर सवार आठ-नौ व्यक्ति पीछे से फायरिंग करने लगे. वे मिथिलेश और फारूक पर लगातार फायरिंग करने लगे और रजनीश पर भी फायरिंग की. उनमें से एक ने मेरी पिस्टल को छीनने का प्रयास किया, जो पानी में गिर पड़ी और मैं गाड़ी से कूद कर भीड़ में जा छिपा.
हमलावरों ने मिथिलेश व रजनीश की पिस्टल व फारूक की एके-47 और सभी के कारतूसों को लेकर फरार हो गये. उनलोगों ने करीब आठ मिनट तक में 30 राउंड फायरिंग की. इसके बाद सभी दहशत फैलाने को लेकर फायरिंग करते हुए वाहन से चले गये. हमलावरों ने हमें संभलने व जवाबी फायरिंग करने का मौका ही नहीं दिया. दारोगा ने हमलावरों के विरुद्ध भादवि की धारा147/148/149/323/325/326/379/332/333/307/302/504/120 तथा 25(1-बी)ए 26/35/27 आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है. एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा.
पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी है. बताया जा रहा है कि आसपास के एक-दो बड़े संस्थानों में लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस ने खंगाला है और सीसीटीवी के फुटेज से अपराधियों की पहचान में जुटी है. सूत्रों के अनुसार पुलिस को कुछ अहम वीडियो फुटेज हाथ लगे हैं. हालांकि अभी पुलिस कुछ बताने से इन्कार कर रही है.
जिला पर्षद अध्यक्ष के भतीजा और बॉडीगार्ड को जेल भेजने की खुन्नस में पुलिस की टीम पर किया था हमला
शहीदों के अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
आरा/सरैंया/बैजनाथपुर (सहरसा). शहीद दारोगा मिथिलेश कुमार का पार्थिव शरीर जैसे ही आरा शहर में पहुंचा, जनसैलाब उमड़ पड़ा. बड़हरा प्रखंड के महुली घाट पर दाह संस्कार किया गया. उधर हवलदार फारूक आलम के पार्थिव शरीर को बुधवार की देर शाम सहरसा जिले के बैजनाथपुर ओपी क्षेत्र के पैतृक गांव गम्हरिया में दफनाया गया.
इन पर प्राथमिकी
मीना अरुण, जिला पर्षद अध्यक्ष
अरुण सिंह, मीना के पति व पूर्व मुखिया (हत्या के मामले में यूपी के बलिया जेल में बंद)
अभिषेक सिंह
राजू सिंह
पवन सिंह
सुबोध कुमार सिंह : मीना का भतीजा
रोहित कुमार सिंह : बॉडीगार्ड

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