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रांची : 2596.86 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट बिना कटौती प्रस्ताव के पारित, सदन में गतिरोध जारी

कार्यमंत्रणा में भी नहीं निकला रास्ता रांची : मॉनसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी सदन में गतिरोध जारी रहा. विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाकर रास्ता निकालने का प्रयास किया. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. इसके बाद दूसरी पाली में सरकार का 2596.86 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट […]

कार्यमंत्रणा में भी नहीं निकला रास्ता

रांची : मॉनसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी सदन में गतिरोध जारी रहा. विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाकर रास्ता निकालने का प्रयास किया. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.

इसके बाद दूसरी पाली में सरकार का 2596.86 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पारित हो गया. किसी भी विपक्षी सदस्यों ने कटौती प्रस्ताव नहीं लाया था. बुधवार को पहली और दूसरी पाली मिला कर कुल 30 मिनट सदन चला. इस दौरान भी अव्यवस्था की स्थिति बनी रही.

विपक्ष वेल में आकर भूमि अधिग्रहण बिल वापस करने, स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले के दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करता रहा. कुछ देर के लिए विपक्षी सदस्य सदन के अंदर वेल पर धरने पर भी बैठे. इसी बीच सरकार ने वित्तीय कामकाज (अनुपूरक बजट) निपटाया. पहले सत्र में स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले की विपक्ष ने निंदा की. दूसरे सत्र में प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने एक महिला अधिकारी के गायब होने का मामला उठाया. श्री सोरेन ने कहा कि कार्यमंत्रणा में मुख्यमंत्री की हठधर्मिता के कारण रास्ता नहीं निकल पाया है. विपक्ष चाहता है कि सदन चले, लेकिन सरकार भूमि अधिग्रहण बिल वापस नहीं ले रही है. भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि प्रतिपक्ष ने सदन को हाइजेक कर लिया है. वह जनता के मुद्दों को लेकर सदन में बहस नहीं करना चाहता है.

सदन चलाना है, तो भूमि अधिग्रहण बिल वापस ले सरकार : हेमंत

रांची : सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार सदन चलाना चाहती है, तो उसे भूमि अधिग्रहण बिल वापस लेना होगा. सरकार नहीं चाहती है कि सदन का गतिरोध दूर हो.

गतिरोध दूर करने के लिए अध्यक्ष ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलायी थी. इसमें हमने आग्रह किया कि इस मुद्दे पर राजनीति और व्यक्तिगत हित से ऊपर उठ कर सोचना होगा. उनको बताया कि सीएम ने भूमि अधिग्रहण बिल लाकर गलती की है. वह इस गलती को सुधार लें, सदन चलने लगेगा. वर्तमान स्थिति में सदन चलना संभव नहीं है. इसके बाद कमजोर सहनशीलता वाले मुख्यमंत्री बहुमत के अहंकार में खो जाते हैं. वह कहते हैं कि 2019 में सरकार आयेगी तो आप इस बिल को समाप्त कर दीजियेगा. इसके बाद मामला वहीं समाप्त हो गया. इस कारण रास्ता नहीं निकल पाया. हम यहां लूट-खसोट के विरुद्ध नहीं, झारखंड के मूलवासी और आदिवासी की संस्कृति और परंपरा बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.

कहां गयीं रेणु गोपीनाथ

श्री सोरेन ने कहा राज्य की एक पूर्व वरीय अधिकारी रेणु गोपीनाथ पनिक्कर गायब हैं. सरकार को उनके बारे में पता लगाना चाहिए. वह झारक्राफ्ट में थीं. इसमें काफी गड़बड़ी हुई है. इस विभाग के मंत्री मुख्यमंत्री स्वयं थे. उनको इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

लोकतंत्र को भीड़ तंत्र में बदल दिया

श्री सोरेन ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर हमले के मामले में कहा कि सरकार ने लोकतंत्र को भीड़ तंत्र में बदल दिया है. जो सरकार के खिलाफ बोलेगा, उसका मुंह बंद कर दिया जायेगा. पिटवा देंगे. जेल में डाल देंगे. झारखंड आंदोलनकारियों की भूमि है. समय आने पर जनता इनके इरादों को विफल कर देगी.

सदन में उठेगी लाठी की गूंज

कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि सरकार ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसायी है. इसकी गूंज गुरुवार को सदन में सुनाई देगी.

सरकार को कांग्रेसियों पर कराये गये लाठी चार्ज का परिणाम भुगतना होगा. सरकार गुंडागर्दी कर रही है. पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश को पिटवा दिया. वह खुद भगवा पहनते हैं. उनको भाजपाइयों ने पीट दिया. वहां के एसपी-डीसी को बर्खास्त करना चाहिए.

चहेते उद्योगपतियों के कहने पर कानून को शिथिल किया : प्रदीप

रांची : झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चहेते उद्योगपतियों के कहने पर भूमि अधिग्रहण संशोधन बरकरार रखना चाहती है. सरकार इस संशोधन को वापस लेगी, लेकिन पहले जनता और सदन का समय बर्बाद कर देगी. सरकार की पुरानी आदत है, राज्य की जमीन को चहेते उद्योगपतियों को देने की. सरकार देवघर के बस डिपो को अपने चहेते को देने के लिए एेड़ी चोटी का जोर लगाये हुए है.

उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति इनकी विचारधारा का विरोध करेगा, उनको लाठी डंडे से दबाने की कोशिश की जायेगी. श्री यादव मंगलवार को विधानसभा के पत्रकार कक्ष में भूमि अधिग्रहण संशोधन और स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.

श्री यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएमओ से फोन आने पर पकड़े गये दोषियों को छोड़ा गया. जबकि 307 के तहत उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए थी. सरकार वीडियो फुटेज के आधार पर अविलंब दोषियों को गिरफ्तार करे. सरकार जांच के नाम पर इस मामले की लीपापोती करना चाहती है.

आमरण अनशन पर बैठे शिवपूजन मेहता को भेजा गया रिम्स

रांची : हुसैनाबाद के विधायक शिवपूजन मेहता को बुधवार को दिन के 11 बजे रिम्स भेजा गया. रिम्स इमरजेंसी के सामने एंबुलेंस से जब उन्हें उतारने का प्रयास किया गया तो मना कर दिया. रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने भी विधायक से उतरने का आग्रह किया.

इस पर विधायक ने कहा कि आप एंबुलेंस में ही जांच करा लीजिए. आजकल तो एंबुलेंस में ऑपरेशन तक हो जाता है. उन्होंने अधीक्षक से कहा कि आपको दिक्कत है तो एंबुलेंस को किनारे लगा दीजिए, लेकिन हम नहीं उतरेंगे. मालूम हो कि श्री मेहता मंगलवार को विधानसभा के गेट के सामने आमरण अनशन पर बैठ गये थे. गेट पर ही रात गुजारी.

मंगलवार को मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष समेत कई नेताओं ने उनसे अनशन से उठने का आग्रह किया, लेकिन श्री मेहता का कहना था कि जब तक कि सदन में उनकी मांग पर ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, वे अनशन नहीं तोड़ेंगे.

भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ विपक्षी दलों का विरोध मार्च

रांची : विपक्षी दलों की ओर से सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ विरोध मार्च निकाला गया. झामुमो, झाविमो व कांग्रेस के विधायक विधानसभा परिसर स्थित गोल चक्कर से नारा लगाते हुए विधानसभा के मुख्य द्वार पहुंचे. इस दौरान नेताओं ने भूमि अधिग्रहण बिल को निरस्त करने तथा स्वामी अग्निवेश पर हमला करनेवालों को गिरफ्तार करने की मांग की. मार्च में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, विधायक प्रदीप यादव समेत कई विधायक शामिल थे.

श्री सोरेन ने कहा कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन कर जमीन लूटने का रास्ता खोला है. सरकार आदिवासियों व मूलवासियों के अस्तित्व को खत्म करना चाहती है. अब यह बात आरक्षण तक जायेगी. उन्होंने कहा कि स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले से देश में एक बार फिर झारखंड शर्मसार हुआ है.

बलात्कारियाें की दलाली बंद करे विपक्ष : सीपी

रांची : नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने सदन के बाहर कहा कि जहां तक मैं जानता हूं स्वामी अग्निवेश विदेशी दलाल हैं. वह पुराने फ्राॅड हैं. अन्ना हजारे के आंदोलन में भी उनकी पिटाई हो चुकी है. अग्निवेश ने प्रायोजित कर लात-जूता खाया.

अग्निवेश स्वामी का चोला ओढ़ कर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही विदेशी फंड के सहारे भारत में उन्माद फैलाने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल बलात्कारियों की दलाली बंद करे. इनकी एक ही मंशा है कि सदन को किस तरह बाधित किया जाये.

आज पूरे राज्य में प्रतिपक्ष का होगा पुतला दहन : भाजपा

रांची : भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि प्रतिपक्ष ने सदन को हाइजैक कर लिया है. वह जनता के मुद्दों से भाग रहा है. इसके विरोध में गुरुवार को पूरे राज्य में जिला मुख्यालयों पर विपक्ष का पुतला जलाया जायेगा. साथ ही लोकतंत्र बचाओ दिवस का आयोजन किया जायेगा. श्री ओझा ने स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले के मामले में कहा कि सरकार किसी को कानून हाथ में लेने नहीं देगी. हम हिंसा का विरोध करते हैं. इसके बावजूद राज्य को किसी अलगाववादी ताकतों का चारागाह नहीं बनने दिया जायेगा.

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