Advertisement
रांची : उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ेगी विकास की रफ्तार
रांची/तमाड़ : डीजीपी कमल नयन चौबे अधिकारियों के साथ गुरुवार को अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र पेयाकुली पहुंचे. वहां पर नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान त्रिशूल की तैयारी का जायजा लिया. इसके बाद वहां से मोटरसाइकिल से दो किमी की दूरी पर नवनिर्मित सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. वहां अफसरों के साथ बैठक कर अभियान की रणनीति […]
रांची/तमाड़ : डीजीपी कमल नयन चौबे अधिकारियों के साथ गुरुवार को अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र पेयाकुली पहुंचे. वहां पर नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान त्रिशूल की तैयारी का जायजा लिया. इसके बाद वहां से मोटरसाइकिल से दो किमी की दूरी पर नवनिर्मित सीआरपीएफ कैंप पहुंचे.
वहां अफसरों के साथ बैठक कर अभियान की रणनीति को अंतिम रूप दिया. डीजीपी ने कहा कि कभी इस क्षेत्र में नक्सलियों की तूती बोलती थी, लेकिन आज हमारे जवान बीहड़ जंगल में रहकर नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं. इसलिए उन्होंने पुलिस के मुखिया की हैसियत से जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र का दौरा किया है. यहां से वे सरायकेला जिले के गोमियाडीह और रयाजामा स्थित केंद्र पर भी गये.
वहां भी जवानों व अफसरों की परेशानियों को जाना और शीघ्र दूर करने का आश्वासन दिया. डीजीपी ने कहा कि सरायकेला जिले के गोमियाडीह और रयाजामा व रांची के पेयाकुली में तीन स्थायी पुलिस कैंप बनाये गये हैं. यहां तैनात जवान लगातार अभियान चलाते रहेंगे, ताकि नक्सली दोबारा पैर नहीं जमा सकें.
उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने इस क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के साथ सरकार के विकास कार्य को प्रभावित करने के लिए काफी परेशान करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण उन्हें भागना पड़ेगा. इस दौरान एडीजी अभियान एमएल मीणा, आइजी अभियान साकेत कुमार सिंह, कोल्हान डीआइजी कुलदीप द्विवेदी, रांची एसएसपी अनीश गुप्ता, रांची के ग्रामीण एसपी ऋषभ झा व अभियान एएसपी सरोज कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे.
Advertisement