हरिहरगंज के कस्तूरबा स्कूल का मामला
हरिहरगंज (पलामू) : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डेन भारती कुमारी का शव छात्रावास के ही एक कमरे में फंदे से झूलता हुआ पाया गया. बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में वार्डेन भारती का शव उतारा गया. पुलिस प्रथमदृष्टया इसे आत्महत्या का मामला मान रही है.
छतरपुर के डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. यह देखा जा रहा है कि मामला आत्महत्या का है या फिर हत्या का? उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के मुताबिक, मंगलवार की रात करीब एक बजे भारती ने छात्रावास के अपने कमरे में फांसी लगा ली थी.
आत्महत्या करने से पूर्व वार्डेन भारती ने अपने पति सत्येंद्र सिंह, इंजीनियर पुत्र किसलय सिंह और सहयोगी शिक्षिकाओं को मैसेज भी किया था. सहयोगी शिक्षिका सुनीता कुमारी को रात करीब एक बज कर छह मिनट पर मैसेज मिला था. जिसमें लिखा था कि कभी-कभी इंसान न टूटता है, न बिखरता है, बस हार जाता है.कभी खुद से, कभी किस्मत से, कभी अपनों से.
पुलिस के मुताबिक, वार्डेन भारती का पूरा परिवाररांची के बूटी रोड में रहता है. पति सत्येंद्र सिंह शिक्षक हैं. बेटा किसलय इंजीनियर है. 20 दिन पूर्व भारती ने हरिहरगंज स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बतौर वार्डेन के पद पर योगदान दिया था.
डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि सुसाइड करने के पहले भारती ने जो मैसेज किया था, उससे लगता है कि वह काफी मानसिक तनाव में थी. कुछ पारिवारिक विवाद भी थे. सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र है कि पूर्व वार्डेन राखी मुक्ता उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रही थी.
एसपी ने कहा कि हकीकत क्या है, इसकी जांच की जा रही है. यह भी बताया गया कि रात में भारती ने जब अपने बेटे किसलय को मैसेज की तो उस वक्त वह देख नहीं पाया. सुबह जगा तो उसने मैसेज पढ़ा. उसी समय उसके मां की मौत की खबर पहुंच गयी थी. उसके बाद वह परिजनों के साथ हरिहरगंज पहुंचा. मैसेज भेजने के बाद भारती मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दी थी.
मैसेज में उन्होंने यह भी लिखा था कि सोने के चेन और अन्य सामान उसके बैग में रखे हैं. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद छतरपुर के एसडीओ भोगेन्द्र ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी सुशील कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक मसीही टुडू घटनास्थल पर पहुंचे.