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मुजफ्फरपुर : AES से पीड़ित बच्चों के इलाज का पूरा खर्च उठायेगी बिहार सरकार

पटना : मुजफ्फरपुर में एक्युट इंसेफ्लाइटिस (एइएस) से पीड़ित बच्चों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठायेगी. इलाज के दौरान परिजनों द्वारा खर्च की गयी राशि को राज्य सरकार परिजनों को लौटा देगी. इस वर्ष सोमवार तक कुल 103 बच्चों की मौत हुई है. अब तक बीमारी से पीड़ित होकर कुल 440 मरीज इलाज […]

पटना : मुजफ्फरपुर में एक्युट इंसेफ्लाइटिस (एइएस) से पीड़ित बच्चों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठायेगी. इलाज के दौरान परिजनों द्वारा खर्च की गयी राशि को राज्य सरकार परिजनों को लौटा देगी. इस वर्ष सोमवार तक कुल 103 बच्चों की मौत हुई है. अब तक बीमारी से पीड़ित होकर कुल 440 मरीज इलाज के लिए अस्पताल में लाये गये. इसमें से 129 बच्चों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि 40 अन्य की स्थिति में सुधार होने के बाद डिस्चार्ज करने की तैयारी है. अभी भी मुजफ्फरपुर में 111 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि मृतक बच्चों घर विशेष टीम भेजकर उसके परिवार की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का सर्वेक्षण कराया जाये. मंगलवार से अब मृत बच्चों के परिवारों का सर्वे काम शुरू हो जायेगा. साथ ही उनके परिजनों को चार-चार लाख आर्थिक सहायता देने की पहल भी शुरू हो जायेगी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मासूम बच्चों की होनेवाली मौत को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया एसकेएमसीएच में अभी तक कुल 309 मरीजों का पंजीकरण कराया गया है. इसमें 100 डिस्चार्ज हो चुके हैं. एसकेएमसीएच में कुल 85 बच्चों की मौत हुई है. वहीं केजरीवाल हॉस्पीटल में कुल 121 बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराया गया जिसमें 18 की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि बच्चों के इलाज में परिवहन के लिए मुफ्त एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. साथ ही जो परिजन किसी निजी वाहन से लायेंगे उसके भुगतान भी सरकार द्वारा किया जायेगा.

लू के कारण 100 की मौत, 490 की बचायी गयी जान

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दक्षिण बिहार में लू लगने से कुल 100 लोगों की मौत हो गयी है. इसमें 77 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई जबकि 23 लोगों की मौत इलाज के लिए लाये जाने के दौरान रास्ते में हो गयी. राज्य में भीषण गर्मी के कारण कुल 512 लोग चपेट में आये. इसमें 490 लोगों की जान बचायी गयी है. तीन दिनों तक राज्य में बारिश की संभावना नहीं है.

मौसम विभाग द्वारा इसकी सूचना दी गयी है. ऐसे में बारिश होने तक विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है. इस मौके मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि दक्षिण बिहार में पेयजल संकट दूर करने के लिए 150 अतिरिक्त टैंकरों की संख्या बढ़ायी गयी है. इसके अलावा भी जहां पानी की आवश्यकता है वहां पर अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जायेगी.

23 जून तक राज्य के सभी स्कूल,कोचिंग और काॅलेज बंद करने का निर्देश
पटना :बिहार में लू की भीषण कहर और गया, औरंगाबाद और नवादा में इससे हो रही मौत तथा मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत के मामले में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने प्रचंड लू को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल, काॅलेज और कोचिंग संस्थानों को रविवार 23 जून तक बंद करने का आदेश दिया है. दक्षिण बिहार के गया, औरंगाबाद और नवादा, रोहतास समेत सभी जिलों में दिन के 11 बजे से शाम पांच बजे तक बाजार बंद रखने के आदेश दिये गये हैं. पूरे राज्य में मनरेगा समेत निर्माण कार्यों को दिन के 10 बजे से शाम तक बंद रखने की हिदायत दी गयी है.

दिल्ली से सोमवार को पटना लौटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आला अधिकारियों के संग उच्चस्तरीय बैठक की. उनकी पहल पर हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और मुख्य सचिव दीपक कुमार भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सभी जिलों की रिपोर्ट ली. करीब एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य सचिव आरके महाजन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमीर सुबहानी, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और स्वास्थ्य विभग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सूचना भवन में प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार द्वारा उठाये कदमों की जानकारी दी.

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