जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष हर र्मोचे पर फेल हैं और कर्मचारियों का अहित कर रहे हैं. उक्त आरोप गुरुवार को बैठक कर टीम परिवर्तन ने लगाया. विपक्षी नेताओं ने अध्यक्ष से सवाल पूछा कि क्या वे 2015 चुनाव में खुद को अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रूप में घोषित किया था. न्यूनतम बोनस, मेडिकल एक्सटेंशन खत्म करने की बात हो,
स्टैंडर्ड फोर्स के बजाये एमओआर पर डब्ल्यूसीएम का समझौता करना, वैकेंसी को खत्म करना, आरओ के नाम पर मैनपावर की कटौती, डिस्चार्ज कर्मचारियों की बहाली नहीं कराने सहित कई कर्मी हित को समाप्त करना यूनियन अध्यक्ष की देन है. हर बार वे अपनी विफलता का ठीकरा कमेटी मेंबरों पर फोड़ने की कोशिश करते हैं. सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा कि अध्यक्ष के नेतृत्व में कितना काम किया है यह सभी कर्मचारी और कमेटी मेंबर जानते हैं. किसी को बताने की जरूरत नहीं है.