गया : मगध मेडिकल अस्पताल से चोरी गया बच्चा मिल गया है. गुरुवार की देर शाम पुलिस ने बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया. आरोपित महिला बेबी देवी ने 10 अक्तूबर को मगध मेडिकल के गाइनो वार्ड से बच्चे की चोरी कर 25 हजार रुपये में एक नि:संतान दंपती को बेच दिया था.
मंगलवार की रात बच्चा चोरी की आरोपित महिला को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की. गुरुवार को बच्चा बेचनेवाली आरोपित महिला बेबी देवी का अखबार में फोटो छपने के बाद बच्चे को खरीदनेवाली महिला कोतवाली थाना क्षेत्र के नयी गोदाम के पास नवजात को लेकर पहुंच गयी व कुछ लोगों को बच्चा खरीदने की बात बतायी.
इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना एसएसपी को दी. एसएसपी राजीव मिश्रा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्चे को पुलिस संरक्षण में मगध मेडिकल थाना भेजवा दिया. मगध मेडिकल थानाध्यक्ष मोहम्मद फहीम आजाद खान ने बच्चे के बारे में कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए उसे उसकी मां सोनी देवी के हवाले कर दिया. बच्चे के मिलते ही मां व उसके परिजनों के चेहरे से उदासी छंट गयी. एसएसपी ने बताया कि बच्चा चोरी करनेवाली महिला ने खरीदनेवाली महिला से बताया था कि वह नाजायज ढंग से पैदा होनेवाले बच्चों को खपाने का कारोबारकरती है.
नवजात का सौदा बेबी देवी ने 51 हजार रुपये में तय किया था. गौरतलब है कि गुरुआ थाने के पुनौल गांव के रहनेवाले सुरेंद्र चौधरी की पत्नी सोनी कुमारी को मगध मेडिकल के गाइनो वार्ड में नौ अक्तूबर की रात 12:29 में भर्ती कराया गया. गाइनो के ओटी में ऑपरेशन से नौ अक्तूबर की रात करीब दो बजे बच्चे ने जन्म लिया. इस दौरान सोनी कुमारी का बंध्याकरण भी परिजनों की सहमति से करा दिया गया. 10 अक्तूबर को दिन में लगभग 11:20 बजे एक महिला सोनी कुमारी के पास पहुंची और खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताया और बच्चे को टीकाकरण कराने के नाम पर ले गयी. परिजन भी साथ गये. लेकिन, वह अस्पताल परिसर में परिजनों को चकमा देकर नवजात को लेकर फरार हो गयी.