दुमका : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दुमका में प्रबुद्धजनों के साथ उपराजधानी दुमका के श्री अग्रसेन भवन में बैठक की. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मुद्दों के आधार पर मतदाता मतदान करें. वे उन्हें ही अपना कीमती मत दें, जो स्थायी सरकार दे सकते हैं, विकास कर सकते हैं. झारखंड को समृद्ध बना सकते हैं. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन का नारा लगाने वाले ही जमीन लूटते रहे और जो कहता रहा कि झारखंड उनकी लाश पर बनेगा, वह झारखंड की जेल में है.
राज्य की मांग करने वाले और इस मांग का विरोध करने वाले आज फिर गलबहियां कर रहे हैं. श्री नड्डा ने कहा कि झारखंड अमीर राज्य है. खनिज संपदा के सदुपयोग से झारखंड और अमीर राज्य बन सकता है. कहा कि झारखंड ने शुरुआत के 14 सालों में नौ मुख्यमंत्री देखे, पिछले पांच सालों में एक. स्थायी सरकार देने की और किसी में दम नहीं है. कहा कि भाजपा की सरकार आपकी सेवा करेगी, प्रदेश को आगे बढ़ायेगी.
70 सालों में 25 हजार डॉक्टर तो पांच साल में 75 हजार डॉक्टर बने : श्री नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व की चर्चा की. तीन तलाक और कश्मीर मुद्दों पर भी अपने विचार रखे. धारा 370 को हटाये जाने और एनआइए को और सशक्त करने पर कहा कि धारा 370 की वजह से 102 कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं थे. महिलाओं के साथ अत्याचार प्रतिषेध को लेकर कानून भी वहां लागू नहीं था. न ही पोस्को तथा प्रीवेंशन ऑफ करप्शन जैसे एक्ट.
आज वहां की स्थिति बदल रही है, परिसीमन हो रहा है. पुंछ जैसे इलाके में वहां के आदिवासी सदन पहुंच सकेंगे. एनआइए को इतना मजबूत किया जा रहा कि दुनिया में वह कहीं भी जाकर अनुसंधान कर पायेगी और कहीं भी जाकर कार्रवाई कर पायेगी. यह सब तभी संभव हो पाया, जब जनता ने भाजपा का बटन दबाया और 303 को जिताया. श्री नड्डा ने कहा कि 70 साल में कांग्रेस ने ऐसी व्यवस्था कर रखी थी कि 25000 डॉक्टर ही तैयार हो पाते थे, पांच साल में भाजपा ने ऐसी तस्वीर बदली कि आज देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ने से 75000 डॉक्टर तैयार हो रहे हैं.
जल्द ही यह संख्या 1 लाख सीट तक पहुंचेगी. संताल परगना के देवघर में एम्स बन रहा. प्रबुद्ध नागरिकों के इस सम्मेलन में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, समाज कल्याण मंत्री सह दुमका प्रत्याशी डॉ लोइस मरांडी, उत्तराखंड के शिक्षामंत्री धनसिंह रावत, सांसद समीर उरांव व जिला अध्यक्ष निवास मंडल मौजूद थे.