10 अप्रैल 2018 को हुई थी आंबेडकर पुस्तकालय में तोड़फोड़ व मारपीट की घटना
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आंबेडकर पुस्तकालय में तोड़फोड़ मामले की नये सिरे से होगी जांच
10 अप्रैल 2018 को हुई थी आंबेडकर पुस्तकालय में तोड़फोड़ व मारपीट की घटना देवघर : डॉ भीमराव आंबेडकर पुस्तकालय में घुस कर तोड़फोड़ व छात्र-छात्राओं सहित लाइब्रेरियन के साथ मारपीट की घटना के एक साल बाद भी पुलिस आरोपितों की पहचान नहीं कर सकी. जबकि, पुस्तकालय संचालन समिति द्वारा पुस्तकालय में लगे सीसीटीवी कैमरे […]
देवघर : डॉ भीमराव आंबेडकर पुस्तकालय में घुस कर तोड़फोड़ व छात्र-छात्राओं सहित लाइब्रेरियन के साथ मारपीट की घटना के एक साल बाद भी पुलिस आरोपितों की पहचान नहीं कर सकी. जबकि, पुस्तकालय संचालन समिति द्वारा पुस्तकालय में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की सीडी भी पुलिस को मुहैया करा दी गयी.
पुस्तकालय संचालन समिति ने गृह विभाग सहित अन्य आला अधिकारियों को पत्राचार कर मामले में कार्रवाई की मांग की थी. गृह सचिव से देवघर पुलिस को कार्रवाई का निर्देश प्राप्त हुआ है. गृह सचिव के निर्देश के आलाेक में पुलिस अब फिर नये सिरे से मामले का अनुसंधान करेगी.
पुस्तकालय में तोड़फोड़ करने वाले शहर में खुलेआम घूम रहे हैं. पुस्तकालय संचालन समिति के अध्यक्ष ने कई बार एसपी को पत्र लिख कर पुस्तकालय में तोड़-फोड़ व मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की थी. इसके बावजूद अब तक मामले का अनुसंधान जस का तस है. 10 अप्रैल 2018 को आरक्षण विरोधी असामाजिक तत्वों ने लाठी-डंडा के साथ पुस्तकालय में प्रवेश कर तोड़-फोड़ व मारपीट की गयी थी. एफआइआर दर्ज कराने के बाद कांड के आइओ नगर थाने के एएसआइ भोला प्रसाद यादव को सीसीटीवी फुटेज की सीडी भी उपलब्ध करा दी गयी. बावजूद 10 माह तक किये अनुसंधान में कांड के आइओ घटना में संलिप्त आरोपितों की पहचान नहीं कर सके.
आइओ का प्रमोशन एसआइ में हुआ. इसके बाद फरवरी 2019 में बदलकर वे रांची जिला चले गये. उन्होंने डायरी में जिक्र किया है कि पुस्तकालय के सीसीटीवी फुटेज की सीडी से पहचान कराने की कोशिश की गयी, किंतु आरोपितों को कोई पहचान नहीं कर सके. अब एसआइ भोला के तबादले के बाद कांड का प्रभार नगर थाने के एएसआइ संजय शर्मा ने छह अप्रैल 2019 को ग्रहण किया है. मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से पुस्तक प्रेमियों में असंतोष है.
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