भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, जाम कर दी देकुली-जगन्नाथपुर सड़क
Advertisement
लू से चाय दुकानदार की मौत
भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, जाम कर दी देकुली-जगन्नाथपुर सड़क मुआवजा के आश्वासन के बाद माने लोग, धूप में झुलसते रहे राहगीर बिरौल : देकुली जगन्नाथपुर निवासी चाय दुकानदार कारी मुखिया (50) की मौत लू लगने से हो गयी. उसे दरभंगा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने परिजन पुहंचे थे. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार […]
मुआवजा के आश्वासन के बाद माने लोग, धूप में झुलसते रहे राहगीर
बिरौल : देकुली जगन्नाथपुर निवासी चाय दुकानदार कारी मुखिया (50) की मौत लू लगने से हो गयी. उसे दरभंगा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने परिजन पुहंचे थे. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार सुबह आठ बजे देकुली-जगन्नाथपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इससे घंटों आवागमन बाधित रहा. बाद में मुखिया व सरपंच की पहल पर एसडीओ की ओर से उचित मुआवजा दिये जाने के आश्वासन पर ग्रामीण ने जाम समाप्त किया.
कारी मुखिया की जगन्नाथपुर चौक पर चाय की दुकान है. वह था. वहां मंगलवार को भोजन करने दोपहर करीब दो बजे घर जा रहा था. इसी बीच पंचायत भवन के नजदीक बेहोश हो गया. लोगों ने होश में लाने का असफल प्रयास करने के बाद सूचना परिजनों को दी. परिजन उसे निजी चिकित्सक के यहां ले गये, जिसने तुरंत दरभंगा ले जाने को कहा. दरभंगा स्थितअस्पताल के गेट पर पहुंचते ही कारी ने दम तोड़ दिया. परिजन रात्रि में ही लाश को घर ले आये.
ग्रामीणों ने बुधवार सुबह जगन्नाथपुर-बहेड़ी मुख्य मार्ग को अवरूद्ध कर दिया. वे परिजनों को सरकारी मुआवजा देने की मांग करने लगे. डेढ़ घंटे तक सड़क जाम रहा. मुखिया रवींद्र कुमार राय व सरपंच विकास कुमार ने सूचना एसडीओ ब्रजकिशोर लाल को दी व मुआवजा की मांग की. एसडीओ ने सरकारी नियमाकुल सहायता राशि देने का आश्वासन दिया. इसके बाद दोनों जनप्रतिनिधि ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया.
इस घटना से गांव में मातमी सन्नाटा है. मृतक की पत्नी राधा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक अपने पीछे पांच बच्चे को छोड़ गया है. पांच बच्चों में बड़ी बेटी 21 वर्षीया बबीता कुमारी की शादी हो चुकी है. शेष 19 वर्षीया पुत्री सविता कुमारी, 17 वर्षीया अनीसा कुमारी, 15 वर्षीया श्वेता कुमारी, 13 वर्षीया एकता कुमारी एवं सबसे छोटा एक पुत्र बैजू मुखिया है. पिता की अर्थी घर से निकलते देख सभी दहार मार रोने लगे. बच्चों के करुण चीत्कार से वहां मौजूद लोगों का कलेजा दहल उठा.
Advertisement