कोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए बिहार के बोधगया विस्फोट के मुख्य आरोपी अरिफुल इस्लाम उर्फ आरिफुल उर्फ अताउर उर्फ आरिफ उर्फ शाहिद को महानगर से दबोचा है.
वह आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) का सक्रिय सदस्य बताया गया है.एसटीएफ ने अरिफुल को शनिवार सुबह बाबूघाट से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह कहीं और जाने की कोशिश में था.
आरोपी बोधगया विस्फोट में सीधे तौर से जुड़ा हुआ था. अरिफुल असम का निवासी है. आरोपी को शनिवार को बैंकशाॅल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया गया है.
गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में मिली जानकारी : अरिफुल की गिरफ्तारी से पहले जेएमबी से जुड़े होने के आरोप में अब्दुल मतीन और मनिरुल आलम को गिरफ्तार किया गया था. बर्दवान के खागड़ागढ़ में हुए ब्लास्ट के मामले में कोलकाता एसटीएफ ने केरल के मल्लापुरम से अब्दुल मतीन को गिरफ्तार किया था. मतीन जेएमबी का सक्रिय सदस्य था. वह उन प्रशिक्षुओं में से एक है, जिन्होंने बर्दवान ब्लास्ट के आरोपियों के साथ सिमुलिया मदरसा और मोकिमनगर मदरसा में प्रशिक्षण लिया था. वह मालदा के कालियाचक स्थित एक मदरसा में पढ़ाई के लिये आया था, उसी समय उसका परिचय अरिफुल से हुआ था.
सूत्रों के अनुसार, मतीन और मनिरुल से पूछताछ के बाद अरिफुल की जानकारी एसटीएफ अधिकारियों को मिली. जेएमबी का मुख्य प्रचारक मोहम्मद जाहिदुल इस्लाम उर्फ कौसर है. अरिफुल कौसर का काफी करीबी माना जाता है.
एनआइए का मोस्टवांटेड था अरिफुल :
गौरतलब है कि अरिफुल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का मोस्टवांटेड था. बोधगया विस्फोट के मुख्य आरोपी माने जाने वाले अरिफुल की तलाश काफी लंबे समय से की जा रही थी. गौरतलब है कि 19 जनवरी 2018 को बोधगया में बम विस्फोट किया गया था. आरोप के अनुसार, अरिफुल ने ही बोधगया में चार बम प्लांट किये थे, जिसमें एक बम में विस्फोट हुआ था. बाकी तीन बमों को खोज निकाला गया था. बताया जा रहा है कि कोलकाता में एसटीएफ ने जब अरिफुल को गिरफ्तार किया तो उसके पास से एक नक्शा बरामद किया गया है. यह नक्शा कोलकाता का है. साथ ही एक चिट्ठी भी बरामद की गयी है.
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, जनवरी, 2018 मेें अरिफुल इस्लाम हसन उर्फ उमर, छोटा करीम और कौसर के साथ बोधगया आया था. आरोप के अनुसार, विस्फोटक प्लांट करने के मामले में अरिफुल सीधे तौर से जुड़ा था. बोधगया विस्फोट के बाद अरिफुल बेंगलुरू भाग गया था. आरोप है कि वहां हुए डकैती के कई मामलों मेें वह शामिल रहा.