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कोलकाता : देशविरोधी हैं नोटबंदी, जीएसटी व राफेल जैसे मुद्दे

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ब्रिगेड सभा में भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिये गये नोटबंदी, जीएसटी और राफेल जैसे मुद्दे देशविरोधी हैं. विपक्ष की रैली में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की. वहीं, उनके […]

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ब्रिगेड सभा में भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिये गये नोटबंदी, जीएसटी और राफेल जैसे मुद्दे देशविरोधी हैं. विपक्ष की रैली में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की. वहीं, उनके इस बयानबाजी पर भाजपा ने शत्रुघ्न के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिये हैं.
ब्रिगेड मैदान में सभा को संबोधित करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने पहले खुद ही जीएसटी का विरोध किया था. लेकिन सत्ता में आते ही बिना तैयारी के जीएसटी को लागू कर दिया गया.
नोटबंदी और जीएसटी एक तमाशा था. उन्होंने कहा कि राफेल डील में इस तरह चीजें छिपायेंगे, तो लोग कहेंगे ही कि चौकीदार चोर है. जिस कंपनी ने साइकिल का चक्का तक नहीं बनाया था, उसे विमान बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया. शत्रुघ्न ने कहा कि सरकार सिर्फ वादे करती जा रही है. मेड इन इंडिया के लिए कुछ नहीं किया. अब इसका मतलब मेड इन चाइना हो गया है. चुनाव में कुछ हफ्ते बचे हैं.
वे सिर्फ घोषणाएं कर रहे हैं, ऐसे कि जहां नदी नहीं हो, वहां पुल बनाने का एलान कर दें. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इस क्षण तक मैं अभी भाजपा में हूं, अभी यशवंत सिन्हा कह रहे थे कि इस रैली के बाद मैं पार्टी से जरूर निकाल दिया जाऊंगा, अगर मैं भाजपा में हूं भी तो मैं पहले भारत के जनता का हूं. मेरी जवाबदेही और जिम्मेदारी भारत के जनता के प्रति है, मैं जो भी करता हूं और कहता हूं वह देशहित और जनहित में है.
उन्होंने कहा कि देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता, मैं पार्टी को आइना दिखाता हूं, बताता हूं कि यह लोकतंत्र है, ज्यादा ज्यादतियां मत करो. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय और मोदी जी के वक्त में क्या अंतर पाते हैं, मैं कहता हूं कि अटल जी के जमाने में लोकशाही थी, इस जमाने में तानाशाही है, यह नहीं चलेगा. यह ज्याद्दती है देश के लोगों के साथ. अचानक रातोंरात तुगलकी फरमान जारी कर दी. आपने नोटबंदी की घोषणा कर दी, क्यों आपने नोटबंदी की घोषणा कर दी, क्या कभी सोचा कि इससे कभी रेहड़ी, पटरी वाले, किसानों, मजदूरों, युवाओं पर क्या असर पड़ेगा. बगैर किसी से सलाह लिए आपने यह किया.
उन्होंने कहा कि मैं यकीनन कहता हूं कि यह पार्टी का फैसला नहीं था, अगर पार्टी का यह फैसला होता, तो आडवाणी जी, जोशी जी, यशवंत सिन्हा, शौरी जी और मुझे भी पता होता, मगर यह फैसला सीधे पीएमओ से हुआ. नोटबंदी वाले फैसले को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए शत्रुघ्न ने कहा कि अपने ही पैसे निकालने के लिए लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, व्यापार बर्बाद हो गया, घर की महिलाएं, माताएं-बहनें जो घर के लोगों के लिए अच्छी नीयत से पैसे दबा कर रखी थी, वे सब अचानक हवा-हवाई हो गये.
उन्होंने कहा कि आखिर नोटबंदी का अधिकार किसने दिया. उन्होंने कहा कि अभी नोटबंदी से उबर ही नहीं पाये थे कि जीएसटी का फरमान जारी कर दिया, कांग्रेस के अध्यक्ष जो काबिल हैं, जिन्हें एक साल में तीन राज्यों में कांग्रेस को जीत दिलायी. उन्होंने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स नाम दिया.
शत्रुघ्न ने कहा कि अभी तक जीएसटी में 368 संशोधन किया गया, खुद जब मोदी जी मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने घोर विरोध किया था, जीएसटी को लेकर ऐसी घोषणा की कि जैसे दूसरी आजादी मिली हो.
2019 में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे : हेमंत
कोलकाता : झारखंड के पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि देश में जिस तरह से सांप्रदायिक ताकतों का बोलबाला बढ़ रहा है, उससे देश में भय का माहौल है. लोग डरकर जी रहे हैं. यहां भारी संख्या में क्षेत्रीय दल मौजूद हैं. जिस तरह से हमलोग यहां एकजुट हुए हैं, इससे यही लगता है कि हम यदि लोगों की भावनाओं को समझ पायें और उनके साथ चल पायें, तो हम मिलकर ऐसी सांप्रदायिक ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देंगे. 2019 में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
हेमंत सोरेन ने युवाओं का आह्वान किया कि वे सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ उठें और जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकें.
आंकड़ों के साथ ‘बाजीगरी’ कर रही है केंद्र सरकार : यशवंत
कोलकाता : कभी भाजपा का हिस्सा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद यह पहली सरकार है जो विकास के आंकड़ों के साथ ‘बाजीगरी’ कर रही है. श्री सिन्हा ने ब्रिगेड रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा शासन में अगर आप सरकार की तारीफ करते हैं तो वह ‘देश भक्ति’ है और अगर आलोचना करते हैं तो वह ‘देश द्रोह’ है.
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय वित्त मंत्री रहे सिन्हा ने कहा कि आजादी के बाद यह पहली सरकार है जो जनता को मूर्ख बनाने के लिए विकास के झूठे और मनगढ़ंत आंकड़े पेश कर रही है. कश्मीर समस्या का हल निकालने के लिए गठित समिति में शामिल रहे श्री सिन्हा ने कहा कि जब उन्होंने प्यार-मोहब्बत वाले वातावरण में सभी तबके के लोगों से बात करने का सुझाव दिया था तो उन्हें ‘‘पकिस्तानी एजेंट’’बताया गया था.
यहां तक कि मंच से उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से सवाल किया, ‘‘क्या मैंने गलत कहा था?’’ इस पर अब्दुल्ला ने ‘ना’ में सिर हिलाया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नरेंद्र मोदी सरकार के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ का भी मजाक बनाया. उन्होंने इसे ‘सबका साथ, सबका विनाश’बताया. श्री सिन्हा ने कहा कि इस सभा के बारे में भाजपा कहेगी कि हम सब एकत्र हुए एक आदमी को हटाने के लिए, जो आज देश का प्रधानमंत्री है. एक व्यक्ति का यह प्रश्न नहीं है. यह प्रश्न है एक सोच का. एक विचारधारा का. हम उस सोच और विचारधारा के विरोध में यहां एकत्र हुए हैं.
हम जानते हैं कि पिछले 56 महीनों में इस देश में जो कुछ भी हुआ है, उससे सबसे बड़ा खतरा देश के प्रजातंत्र, लोकशाही के लिए उत्पन्न हुआ है. आज कोई भी लोकतांत्रिक संस्थान नहीं देश में, जिसको इन्होंने बर्बाद करने में कोई कसर छोड़ी हो. इसलिए देश में लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए हम सब यहां एकजुट हुए हैं. श्री सिन्हा ने कहा कि मुद्दा मोदी नहीं है. मुद्दे मुद्दा हैं. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि हम मोदी को मुद्दा बनायें,
मैं कहूंगा कि हम मुद्दे को मुद्दा बनायें. देश की आर्थिक व्यवस्था चौपट हो चुकी है. लोकतंत्र खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, समाज को तोड़ने, देश को छिन्न-भिन्न करने का इनका इरादा है.
आप जानते हैं कि यदि आप इस सरकार का विरोध करते हैं, तो आपको तुरंत देशद्रोही करार दे दिया जाता है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे का समाधान बंदूक की गोली से नहीं होगा. प्यार की बोली से मुद्दे का हल होगा. इस पर हमें देशद्रोही कहा गया. फिर मुझे पाकिस्तान का एजेंट कहा गया. यदि प्यार की बात करना पाकिस्तान का एजेंट होना है, तो देश में क्या बचा. उन्होंने कहा कि देश आज एक बहुत खतरनाक मोड़ पर खड़ा है. मैं मंच पर मौजूद सभी ताकतवर नेताओं से एक ही आग्रह करना चाहूंगा कि मैं तो फकीरी की ओर हूं.
मुझे अपने जीवन में कुछ नहीं चाहिए. एकमात्र उद्देश्य है. एक लड़ाई है. वह लड़ाई है इस सरकार को सत्ता से बाहर करने की. इसके लिए जरूरी है कि सभी वरिष्ठ नेता तय करें कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के सामने हमारी तरफ से एक उम्मीदवार खड़ा होगा. अगर ऐसा हुआ, तो भारतीय जनता पार्टी का पूरी तरह देश से सफाया हो जायेगा. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सबका साथ लिया, लेकिन सबका विकास करने की बजाय सबका विनाश कर दिया.
केंद्र की कठपुतली बन चुकी है सीबीआइ : अपांग
कोलकाता : अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने कहा कि देश के लोगों को बचाये रखने की जिम्मेवारी हम सबको लेनी होगी. उत्तर-पूर्व में सबसे पहले सूर्योदय होता है. अरुणाचल की आवाज पूर्वोत्तर की आवाज होती है.
श्री अपांग ने कहा कि वह पूर्वोत्तर का प्रतिनिधित्व करने के लिए इस ऐतिहासिक सभा में आये हैं. केंद्र की वर्तमान सरकार लोकतंत्र में यकीन नहीं रखती. श्री अपांग ने कहा कि सीबीआइ आज सरकार के हाथों की कठपुतली बन चुकी है. उसकी वजह से मंत्री तक को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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