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बंगाल पर टिकी है चमड़ा उद्यमियों की आस

कोलकाता: उत्तर प्रदेश के चमड़ा व्यवसायी अपने दुर्दिन को दूर करने के लिए बंगाल पर आस लगाये बैठे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध बूचड़खानों के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बाद टैनरी को कच्चा माल मिलना बंद हो गया है, इसलिए अपने अस्तित्व को बचाने के लिए वहां के कारोबारियों की नजर अब बंगाल […]

कोलकाता: उत्तर प्रदेश के चमड़ा व्यवसायी अपने दुर्दिन को दूर करने के लिए बंगाल पर आस लगाये बैठे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध बूचड़खानों के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बाद टैनरी को कच्चा माल मिलना बंद हो गया है, इसलिए अपने अस्तित्व को बचाने के लिए वहां के कारोबारियों की नजर अब बंगाल पर है. उत्तर प्रदेश में नयी सरकार आने के बाद लगभग 300 से भी अधिक टैनरी बंद हो चुके हैं, इनमें से 25 बड़ी टैनरियों ने इस राज्य में अपने कारोबार के विस्तार की योजना बनायी है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वहां की टैनरियां बंगाल में लगभग दो हजार करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए तैयार हैं. कच्चे माल की कमी के कारण कानपुर के अधिकांश चमड़ा व्यवसायियों का कारोबार बंद के कगार पर है. कच्चे माल की कमी की वजह से देश की कुल 1548 टैनरियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारोबार से पूरे देश में लगभग 10 लाख लोग जुड़े हुए हैं. उत्तर प्रदेश के कानपुर, उन्नाव व बानथेर में टैनरियों की संख्या सबसे अधिक है.

इस संबंध में लेदर एक्सपोर्ट काउंसिल के पूर्वी भारत के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक 25 चमड़ा व्यवसायियों ने बंगाल में निवेश करने की इच्छा जाहिर की है. ये सभी देश के सबसे बड़े चमड़ा व्यवसायियों में शामिल हैं. इन लोगों का कुल व्यवसाय 2500 करोड़ रुपये से भी अधिक का है. सभी कंपनियां यहां औसतन 80 करोड़ रुपये तक निवेश करना चाहती हैं. इन 25 कंपनियों में सुपरहाउस, रहमान इंडस्ट्रीज, मॉडल टैनर्स सहित अन्य कंपनियां शामिल हैं. सुपर हाउस का उत्तर प्रदेश में 15 उत्पादन केंद्र है, जबकि रहमान इंडस्ट्रीज का उन्नाव में 65 एकड़ जमीन पर ऑटोमेटिक उत्पादन केंद्र हैं. वहीं, मॉडल टैनर्स का कारोबार भारत के साथ-साथ यूरोप, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया तक फैला हुआ है. उन्होंने बताया कि अगर यह कंपनियां बंगाल में निवेश करती हैं तो यहां चमड़ा उद्योग का विकास होगा और नये रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
राज्य में लेदर पार्क बनाना चाहती हैं यूपी की कंपनियां
उत्तर प्रदेश के चमड़ा व्यवसायियों ने बंगाल में लेदर पार्क की स्थापना करने की इच्छा जाहिर की है. इस संबंध में उन्होंने राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा से मिल कर अपना प्रस्ताव भी पेश किया है. वित्त मंत्री के साथ हुई मुलाकात में चमड़ा व्यवसायियों ने प्रथम चरण में यहां 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव पेश किया है. बंगाल में फिलहाल सिर्फ एक ही लेदर पार्क बासंती हाइवे पर बानतला में स्थित है, जहां फिलहाल 202 एकड़ जमीन पर लगभग 332 कारखाने लगे हैं. इसके साथ ही यहां 130 एकड़ जमीन पर जूते का कारखाना निर्माण करने की भी योजना है. इसके अलावा और 110 एकड़ जमीन पर चमड़ा के अन्य उत्पादों का उत्पादन करने की भी योजना बनायी गयी है.
चमड़ा व्यवसायियों को राज्य सरकार के फैसले का इंतजार
पश्चिम बंगाल सरकार ने यूपी के चमड़ा व्यवसायियों को यहां कारोबार करने के लिए प्राथमिक मंजूरी तो दे दी है, लेकिन उनके द्वारा लेदर पार्क की स्थापना पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अगर राज्य सरकार यहां एक और लेदर पार्क की स्थापना करने की मंजूरी प्रदान करती है तो यहां चमड़ा व्यवसाय के क्षेत्र में निवेशकों की संख्या और भी बढ़ेगी. अब यूपी के चमड़ा व्यवसायियों को राज्य सरकार के फैसले का इंतजार है.

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