अमरपुर : शहर स्थित बंगाली टोला के पास बुधवार की रात सड़क दुर्घटना में बाइक सवार चाय विक्रेता की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के पवई गांव निवासी रमोतार मंडल व उनके मित्र पंकज मंडल बाइक से शादी समारोह में शामिल होने के लिए अमरपुर बाजार आये थे.
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सड़क दुर्घटना में बाइक सवार चाय विक्रेता की हो गयी मौत
अमरपुर : शहर स्थित बंगाली टोला के पास बुधवार की रात सड़क दुर्घटना में बाइक सवार चाय विक्रेता की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के पवई गांव निवासी रमोतार मंडल व उनके मित्र पंकज मंडल बाइक से शादी समारोह में शामिल होने के लिए अमरपुर बाजार आये थे. इसी दौरान अज्ञात वाहन […]
इसी दौरान अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इसमें 32वर्षीय रमोतार मंडल गंभीर रूप से जख्मी हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी को रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे भागलपुर मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. भागलपुर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
इस घटना के बाद गुरुवार को अमरपुर-शाहकुंड मुख्य मार्ग पर पवई चौक के पास शव को बीच सड़क पर रख परिजनों ने जाम कर दिया. जाम स्थल पर परिजन व ग्रामीण हत्यारे की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग कर रहे थे. इस दौरान करीब चार घंटा तक सड़क जाम रहा. जाम की सूचना पर पुलिस जाम स्थल पर पहुंचे और परिजनों को समझाबुझा कर जाम तोड़वाया.
मौके पर पंचायत के मुखिया ने कबीर अंत्येष्टी के तहत तीन हजार रुपया परिजनों को दिया. पंकज मंडल ने पुलिस ने बताया कि दोनों साथी बाइक से अमरपुर गये थे. बाजार में तीन चार की संख्या में बदमाश अचानक सामने आ गया. इससे बाइक अनियंत्रित हो गयी और दोनों सड़क पर गिर गये.
इसके बाद बदमाश रमोतार मंडल पर चाकू से प्रहार करने लगा. इसे देख किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी. उधर थानाध्यक्ष कुमार सन्नी ने बताया कि शव को पोर्स्टमॉटम के लिए बांका भेज दिया है. परिजनों के आवेदन पर मामले की प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
रमोतार चाय दुकान चलाकर करता था परिवार का भरण पोषण
रमोतार मंडल पवई चौक पर चाय दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. पांच वर्ष पूर दुकानदार की शादी नीतू देवी के साथ हुई थी. इसमें दो पुत्र है. पत्नी गर्भवती है. इस घटना के बाद पत्नी सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी. कहती थी अब परिवार का भरण पोषण कैसे होगा.
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