कई चैप्टर कम किये जाने से बच्चों को पढ़ने होंगे 72 पन्ने कम
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सीबीएसइ. 10वीं के सोशल साइंस का सिलेबस बदला
कई चैप्टर कम किये जाने से बच्चों को पढ़ने होंगे 72 पन्ने कम एनसीइआरटी की किताब से इतिहास के हटाया गया तीन चैप्टरों को आसनसोल : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने हाल ही में बच्चों के पीठ से किताबों का बोझ कम करने का सर्कुलर जारी किया था. सत्र 2019-20 से इसका पालन होना […]
एनसीइआरटी की किताब से इतिहास के हटाया गया तीन चैप्टरों को
आसनसोल : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने हाल ही में बच्चों के पीठ से किताबों का बोझ कम करने का सर्कुलर जारी किया था. सत्र 2019-20 से इसका पालन होना शुरू हो गया है. कक्षा 10वीं के सामाजिक विज्ञान के इतिहास और राजनीतिक शास्त्र विषय के कई चैप्टर बोर्ड ने कम कर दिये हैं. इनके कम होने से बच्चों को 72 पन्ने कम पढ़ने होंगे.
इसके तहत एनसीइआरटी की किताब से इतिहास के तीन चैप्टर को हटा दिया गया है और राजनीतिक शास्त्र के तीन चैप्टर से सिर्फ यूनिट टेस्ट में सवाल पूछे जायेंगे. इसके साथ ही अर्थशास्त्र के पाठ्यक्रम में शामिल कंज्यूमर राइट्स पाठ को अब प्रोजेक्ट वर्क में शामिल कर दिया है. इतिहास के तीन चैप्टर- द नेशनलिस्ट मूवमेंट इन इंड़ो-चाइना, वर्क लाइफ एंड लेजर और नोवेल सोसाइटी को एनसीइआरटी ने हटा दिया है. इसकी जगह विद्यार्थियों को सिर्फ चार चैप्टर ही पढ़ने हैं.
इतिहास विषय के पहले सेक्शन में नेशनलिज्म इन यूरोप और नेशनलिज्म इन इंडिया को पढ़ना होगा. पूर्व में विद्यार्थियों के पास इन दो चैप्टर से किसी एक को ऑप्शन के रूप में पढ़ना होता था. दूसरे सेक्शन में पहले तीन चैप्टर होते थे. वर्क लाइफ एंड लेजर के हटने से अब सिर्फ ग्लोबल वर्ल्ड और एज ऑफ इंडिस्ट्रयलाइजेशन पढ़ना होगा. तीसरे सेक्शन में सिर्फ प्रिंट कल्चर एंड द मॉडर्न वर्ल्ड को ही पढ़ना होगा. इन्हीं से बोर्ड और यूनट टेस्ट में प्रश्न पूछे जायेंगे.
राजनीतिक शास्त्र विषय में भी बदलाव किये गये है. विद्यार्थियों को यूनिट टेस्ट के लिए सिर्फ तीन चैफ्टर पढ़ना है. यूनिट टेस्ट से होने वाले इंटरनल मार्किंग के लिए विद्यार्थियों को डेमोक्रेसी एंड डायवर्सिटी, पॉप्यूलर स्ट्रगल्स एंड मूवमेंट और चैलेंजेस टू डेमोक्रेसी पढ़ना है. वहीं बोर्ड के लिए इन चैप्टर्स के अलावा पांच अन्य चैप्टर पावर शेयरिंग फेडरलिज्म, जेंडर रिलिजन एंड कास्ट पॉलिटिकल पार्टिज और आउटकम्स ऑफ डेमोक्रेसी को पढ़ना होगा.
सामाजिक विज्ञान विषय की 200 पन्ने की किताब से अब 72 पन्ने कम पढ़ने होंगे. इससे बोर्ड का सिलेबस 10 फीसदी कम हो गया है. शिक्षकों की मांग थी कि बच्चों को अब इतिहास का नया पहलू पढ़ाया जाये, जिसे समझना विद्यार्थियों के लिए आसान होगा. इसी के बाद बोर्ड ने निर्णय लिया है. चैप्टर्स को पूरी तरह न हटाकर सिर्फ परीक्षा को खत्म कर दिया गया है. बाजार में अभी भी 10वीं एनसीइआरटी की 2019 प्रिंटेड किताब उपलब्ध नहीं हो सकी है. इसे उपलब्ध कराने में समय लगेगा. तबतक विद्यार्थियों को 2017 प्रिंट की ही किताब पढ़नी होगी.
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