Covid-19 Mock Drill: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. बीते 24 घंटों के दौरान देश में कोविड-19 के 5,880 नये मामले पाए गए हैं. देश में लगातार बढ़ रहे ममलों को देखते हुए आज पूरे देश में इससे निपटने के लिए और अस्पतालों की तैयारी का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज इस मामले में दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल का दौरा भी किया है. जानकारी के लिए बता दें देश में फिलहाल कोरोना वायरस के कुल 35,199 पर पहुंच गयी है और वहीं इससे मरने वालों की कुल संख्या 5,30,979 पर पहुंच गयी है.
देशभर में कई सार्वजनिक एवं निजी केंद्रों में किया गया पूर्वाभ्यास
Covid-19 के मामले बढ़ने के बीच आज अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेने के लिए देशभर में कई सार्वजनिक एवं निजी केंद्रों में पूर्वाभ्यास किया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड-19 संबंधी तैयारियों को लेकर पूर्वाभ्यास की समीक्षा के लिए अस्पताल का दौरा किया. स्वास्थ्य मंत्रालय के अपडेटेड आंकड़े के अनुसार भारत में कोविड-19 के 5,880 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 35,199 हो गई है. वहीं, संक्रमण से 14 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,30,979 हो गई है.
हॉटस्पॉट की पहचान करने की आवश्यकता पर जोर
7 अप्रैल को हुई समीक्षा बैठक में मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से अस्पतालों का दौरा करने और 10 एवं 11 अप्रैल को तैयारियों पर पूर्वाभ्यास का निरीक्षण करने का अनुरोध किया था. राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रधान एवं अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ ऑनलाइन बैठक में मनसुख मांडविया ने इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और श्वसन संबंधी गंभीर संक्रमण सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (SARI) के मामलों के बढ़ते रूझानों निगरानी करने, जांच और टीकाकरण बढ़ाने तथा अस्पतालों के बुनियादी ढांचा की तैयारी सुनिश्चित कर ऐसे आपात हॉटस्पॉट की पहचान करने की आवश्यकता पर जोर दिया था.
व्यवहार का पालन करने के बारे जागरुकता पैदा करने पर जोर
जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने और संक्रमण की पुष्टि वाले नमूनों का समग्र जीनोम अनुक्रमण बढ़ाने के अलावा उन्होंने कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के बारे जागरुकता पैदा करने पर जोर दिया. बैठक के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचित किया गया कि वर्तमान में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) वायरस के वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई) , XBB.1.5 और छह अन्य स्वरूपों (BQ.1, BA.2.75, CH.1.1, XBB, XBF और XBB.1.16) पर बारीकी से नजर रख रहा है.
RT-PCR की भागीदारी बढ़ाने का अनुरोध
वायरस का वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) उन स्वरूपों को कहा जाता है जिनके स्वरूपों में परिवर्तन के शुरुआती वैज्ञानिक साक्ष्य मिले हैं और जो तेजी से प्रसारित हो रहे हैं. बैठक के दौरान यह भी पाया गया कि 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जांच दर मौजूदा राष्ट्रीय औसत प्रति 10 लाख लोगों पर 100 जांच की तुलना में कम है. मनसुख मांडविया ने कहा था कि वायरस के नए स्वरूपों के आने के बावजूद पांच नियमों जांच - निगरानी - उपचार - टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की रणनीति Covid-19 प्रबंधन के लिए आजमाई हुई रणनीति बनी हुई है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भी जांच की दर में तेजी लाने और परीक्षणों में RT-PCR की भागीदारी बढ़ाने का अनुरोध किया गया. (भाषा इनपुट के साथ)