नयी दिल्ली/ढाका :चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ के आज बांग्लादेश पहुंचने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए. अधिकारियों ने तटीय क्षेत्रों से करीब 3,00,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. तूफान के बांग्लादेश के तट पर दस्तक देने के दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं.
बांग्लादेश के मौसम विज्ञान विभाग ने एक विशेष मौसम बुलेटिन में बताया कि चक्रवात कोक्स बाजार और चटगांव के मुख्य बंदरगाह के बीच स्थानीय समयानुसार सुबह छह बजे पहुंचा. उन्होंने बताया कि चक्रवात के उत्तरी दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. ‘डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार ‘मोरा’ के कारण बांग्लादेश की उत्तरी खाड़ी, तटीय जिलों और समुद्री बंदरगाहों में बारिश या गरज के साथ छींटे पड़े और जोरदार हवाएं चलीं.
कोक्स बाजार के मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी ए के एम नजमुल हक ने कहा, ‘‘सुबह छह बजे से सात बजे के बीच सैंट मार्टिंस द्वीप में हवाएं 130 किलोमीटर प्रति घंटा और कोक्स बाजार में 150 किलोमिटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं.” चटगांव अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और कोक्स बाजार हवाईअड्डे पर आने-जाने वाली सभी उड़ानें भी रद्द कर दी गई.
‘बी डी न्यूज’ ने आपदा प्रबंधन मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष के प्रवक्ता अतिरिक्त सचिव गुलाम मुस्तफा के हवाले से कहा कि अधिक से अधिक 3,00,000 लोगों को उन 10 जिलों से सुरक्षित आश्रयों में पहुंचाया गया, जहां चक्रवात आने का सबसे अधिक खतरा है. आपदा प्रबंधन मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘तटीय इलाके के लोगों को कम से कम 400 चक्रवात आश्रय स्थलों या स्कूलों एवं सरकारी कार्यालयों जैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.”
कोक्स बाजार, चटगांव, नौखली, लक्ष्मीपुर, फेनी, चांदपुर, बारगुना, पतौखाली, भोला, बरिसाल और पीरोजपुर में ‘मोरा’ का खतरा बना हुआ है. प्रधानमंत्री शेख हसीना भी वियना से स्थिति पर नजर बनाए हुए है. वह वियना परमाणु उर्जा पर एक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंची हैं.
प्रधानमंत्री के प्रेस सचिव एहसानहुल करीम ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री तूफान की स्थिति को लेकर ढाका से लगातार संपर्क में हैं. तूफान से निपटने के लिए उन्होंने सभी प्रकार की तैयारियों के आदेश दिए हैं.” अगला आदेश जारी होने तक मछली पकड़ने की नौकाओं और जहाजों को उत्तरी खाड़ी और गहरे समुद्र से दूर रहने को कहा गया है. मौसम विज्ञान विभाग ने ‘मोरा’ के अत्यधिक प्रभावी होने के बाद 10 के पैमाने पर चेतावनी संकेत का उच्चतम स्तर जारी कर दिया है.
* भारतीय नौसेना तैयार