नयी दिल्ली: दो दिन पहले तृणमूल कांग्रेस की रैली में नहीं पहुंचकर ममता को असहज स्थिति में डालने वाले भ्रष्टाचार विरोधी अभियानकर्ता अन्ना हजारे ने आज कहा कि वह बहुत कम लोगों की उपस्थिति वाली रैली में इसलिए नहीं गए क्योंकि उन्हें गुमराह किया गया. उन्होंने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करते लेकिन एक व्यक्ति के रुप में ममता बनर्जी उन्हें सही लगती हैं क्योंकि वह देश के सभी मुख्यमंत्रियों में सर्वश्रेष्ठ हैं.
बुधवार को रामलीला मैदान में हुई बहुप्रचारित रैली में अपनी गैर मौजूदगी पर चुप्पी तोडते हुए हजारे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह इसलिए वहां नहीं गए क्योंकि उन्हें गुमराह किया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया कि उन्हें बनर्जी द्वारा आयोजित रैली में शामिल होना है जबकि तृणमूल प्रमुख को बताया गया कि यह अन्ना हजारे की रैली है.
हजारे ने एक आयोजक का नाम लेते हुए कहा, ‘‘जब मैं दिल्ली आया तब मैंने पाया कि रैली में महज 2000 या ढाई हजार लोग हैं. मैंने सोचा कि कुछ गडबड है क्योंकि रामलीला मैदान में चार हजार लोग भी नहीं है जबकि पिछले बार प्रदर्शन के दौरान मैदान खचाखच भरा था. यह भूल है, यह धोखाधडी है. ’’