मुंबई : मुंबई, पुणे और नागपुर समेत महाराष्ट्र की 10 नगर निकाय में हुए चुनाव के रिजल्ट गुरुवार को आ गये. कड़े मुकाबलेवाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव में शिवसेना के गढ़ मुंबई में बड़ी सफलता अर्जित करते हुए भाजपा ने कुल 227 सीटों में से 82 सीटों पर जीत दर्ज की. वह गंठबंधन से अलग हुई शिवसेना से महज दो सीट पीछे है, जिसे 84 सीट मिली हैं. हालांकि, दोनों ही दल बहुमत के 114 सीटों के जादुई आंकड़े से काफी दूर हैं. त्रिशंकु जनादेश के चलते कोई भी दल अपने दम पर देश के इस सबसे अमीर निकाय की सत्ता पाने के योग्य नहीं है. ऐसे में कोई गंठबंधन होना अनिवार्य हो जाता है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि महाराष्ट्र और केंद्र दोनों जगह सत्तारूढ़ दोनों भगवा दल दोबारा से एक होंगे या फिर नये समीकरण बनेंगे.
वहीं, कांग्रेस को नंबर तीन की स्थिति पर संतोष करना पड़ा. पार्टी के खाते में 31 सीटें आयी हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को नौ तो राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को सिर्फ सात सीटों से संतोष करना पड़ा. एआइएमआइएम को तीन, समाजवादी पार्टी को छह, अखिल भारतीय सेना को एक और अन्य को चार सीटें मिली हैं.
भाजपा को अन्य नगर निगमों तथा स्थानीय निकाय चुनावों में भी शानदार सफलता मिली है. दस नगर निगमों, 25 जिला परिषदों और 238 पंचायत समितियों के लिए 16 और 21 फरवरी को चुनाव हुए थे. भाजपा की यह जीत उसके मनोबल को बढ़ानेवाली है, जो उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में जीत के लिए तमाम कोशिश कर रही है. बीएमसी चुनाव की छाया राज्य सरकार की स्थिरता पर भी थी, क्योंकि शिवसेना ने इससे अलग होने की धमकी दी थी और सरकार के नोटिस पर होने की बात कही थी. निवर्तमान निकाय में शिवसेना के पास 89, भाजपा के पास 32, कांग्रेस के पास 51, राकांपा के पास 14, सपा के पास आठ, मनसे के पास 28, पीडब्ल्यूपी के पास एक और निर्दलीयों के पास चार सीटें थीं.
सीटें-227
शिवसेना : 84
भाजपा : 82
कांग्रेस : 31