अमेठी: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारोपियों को मुक्त करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि पिता को न्याय नहीं मिलने का उन्हें दुख है और जिस देश में पूर्व प्रधानमंत्री के हत्यारों को छोड़ दिया जाता हो. वहां आम आदमी को इंसाफ कैसे मिलेगा.
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल ने पूरब गांव में आयोजित एक सभा में कहा, ‘‘मेरे पिता जी की हत्या हुई थी. उन्होंने देश के लिये जान दी थी. मेरे पिता को भी न्याय नहीं मिला. उनके हत्यारे छोड़े जा रहे हैं, इसका मुङो दुख है. ’’ उन्होंने संजीदा लहजे में कहा, ‘‘मैं मृत्युदंड में भरोसा नहीं करता..इससे मेरे पिता वापस नहीं आ जायेंगे…मगर यह मेरे पिता या परिवार की बात नहीं है..देश की बात है …कोई आदमी पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या कर दे और उसे छोड दिया जाये…जिस देश में पूर्व प्रधानमंत्री के हत्यारों को छोड़ दिया जाता है, उसमें आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगा..यह सोचने की बात है.’’ गौरतलब है कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की एक आकस्मिक बैठक में नलिनी, पेरारिवलन, संथन, मुरुगन, राबर्ट पायस, जयकुमार और रविचंद्रन समेत सभी सातों दोषियों को मुक्त करने का फैसला किया गया.
एक दिन पहले ही उच्चतम न्यायालय ने उनमें से तीन की सजा-ए-मौत घटाकर उम्रकैद की सजा में बदलने का आदेश दिया था. लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आज अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गांव-गांव घूमकर चौपाल लगायी और खाद्य सुरक्षा कानून लागू ना करने तथा अमेठी में सड़क तथा बिजली व्यवस्था की बदहाली के लिये उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी :सपा: सरकार को कठघरे में खड़ा किया.