नयी दिल्ली: चालू खाते के घाटे के सुरक्षित वित्त पोषण पर जोर देते हुए सरकार ने आज कहा कि वह सभी नफा.नुकसानों का आकलन करने के बाद ही सोना आयात पर पाबंदियों में ढील देने पर विचार करेगी.
आज संसद में अंतरिम बजट पेश करने के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, ‘‘ उस लक्ष्य को ध्यान में रखकर अगर कुछ किया जा सकता है तो निश्चित तौर पर हम उस बारे में सोचेंगे.’’ मंत्री ने हालांकि कहा कि वह कोई घोषणा नहीं कर सकते क्योंकि संसद का सत्र चल रहा है.बीते वित्त वर्ष में 88 अरब डालर के रिकार्ड चालू खाते के घाटे की मुख्य वजहों में से एक वजह सोने का अधिक आयात था. चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने में आयात 300 टन को पार कर गया.सोने के आयात पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 2013 आयात शुल्क में तीन दफा बढ़ोतरी की और इसे 10 प्रतिशत कर दिया. रिजर्व बैंक ने भी इस पर कई पाबंदियां लगाईं. चिदंबरम ने कहा कि भारत की आर्थिक सेहत के लिए सोने के आयात पर पाबंदी लगाना ‘निश्चित तौर पर आवश्यक’ था और इससे मदद भी मिली.