चंडीगढ : नाभा जेल पर हुए हमले के बाद वहां से फरार हुए कैदियों में से शेष पांच की गिरफ्तारी के लिए पंजाब पुलिस हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है. वहीं दूसरी ओर मामले में सहायक अधीक्षक (जेल) भीम सिंह, हेड वार्डन जगमीत, तेजिंदर शर्मा गिरफ्तार कर लिये गए हैं. इनपर फरार कैदियों से मिले होने का आरोप है.
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने आज कहा कि फरार कैदियों में से शेष पांच की गिरफ्तारी जल्दी से जल्दी करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि फरार हुए कैदियों के हर संभव ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है.
पुलिस ने कहा कि राज्य में कारागारों के भीतर और आसपास के क्षेत्रोंं में सुरक्षा कडी कर दी गयी है और सर्विलांस को बढा दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों ने कल दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख हरमिन्दर सिंह मिंटू को गिरफ्तार किया था. जबकि परमिन्दर सिंह पिंडा को उत्तर प्रदेश पुलिस ने शामली जिले के कैराना से रविवार को गिरफ्तार कर लिया था.
पिंडा के दो करीबी सहयोगियों को कल उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया. रविवार को पटियाला जिले में स्थित उच्च सुरक्षा वाले नाभा जेल पर हथियारबंद लोगों ने हमला किया था और इस दौरान दो आतंकवादी हरमिन्दर मिंटू और कश्मीर सिंह तथा गैंगस्टर अमनदीप धोतियां, विक्की गुंदर, गुरप्रीत शेखों तथा नीता देओल कारागार से फरार हो गए. पंजाब पुलिस की जांच में पता चला है कि इस पूरे घटनाक्रम का कथित सरगना गुरप्रीत शेखों है. रविवार को वह भी फरार हुआ था.
अधिकारियों ने कहा कि पिंडा और गैंगस्टर प्रेमा लाहौरिया ने नाभा जेल कांड को अंजाम दिया. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हरमिन्दर मिंटू इस कांड का सरगना नहीं था.” हालांकि पुलिस का दावा है कि मिंटू पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों के संपर्क में था. अधिकारियों ने कहा कि पंजाब पुलिस को पूरे कांड में जेल अधिकारियों के शामिल होने का भी संदेह है. पुलिस ने जेल के नौ अधिकारियों सहित 29 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.