राजकोट: वरिष्ठ नेता केशुभाई पटेल ने सक्रिय राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए आज इच्छा जताई कि उनके द्वारा गठित गुजरात परिवर्तन पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया जाना चाहिए.अपने समर्थकों से मिलने के लिए जूनागढ़ जिले में स्थित अपने निर्वाचन क्षेत्र विसावदर भेसान के एक दिन के दौरे पर गए 86 वर्षीय पटेल ने उन्हें सक्रिय राजनीति छोड़ने के अपने फैसले से अवगत कराया.
समर्थकों से पटेल ने कहा ‘‘अपनी बढ़ती उम्र और बीमार स्वास्थ्य को देखते हुए मैं विधायक पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं.’’ लोकसभा चुनाव से पहले पटेल का यह बयान राज्य में मोदी की अगुवाई वाली भाजपा के लिए संजीवनी की तरह है और इससे पार्टी को राज्य से अधिकतम सीटें जीतने की उसकी योजना में मदद मिलेगी.पटेल ने कहा ‘‘मैंने अब तक किसी राजनीतिक दल में शामिल होने का फैसला नहीं किया है लेकिन मुझे लगता है कि जीपीपी का कांग्रेस के बजाय एक राजनीतिक दल में विलय कर दिया जाए.’’ उन्होंने संकेत दिया कि वह अपनी पार्टी का भाजपा में विलय चाहते हैं. दिसंबर 2012 में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने थे और उससे पहले सितंबर 2012 में पटेल ने जीपीपी का गठन किया था. उनकी पार्टी ने कुल 182 सीटों पर उम्मीदवार उतारे लेकिन उसे केवल दो ही सीटें मिल पाईं. पिछले माह पटेल के पुत्र भरत पटेल भाजपा में शामिल हो गए जिसके बाद पटेल ने जीपीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.