मुंबई: वर्ष 1993 के मुंबई बम विस्फोट मामले के सिलसिले में जेल की सजा काट रहे बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने अपनी बीमार पत्नी मान्यता की देखभाल के लिए दूसरी बार अपना पैरोल बढ़ाने की मांग की. मान्यता सजर्री के बाद स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं.पुलिस ने आज बताया कि अभिनेता को पुणे के यरवदा जेल से 21 दिसंबर से दूसरी बार पैरोल दिया गया. उन्होंने जेल से छुट्टी पाकर समूचा अक्तूबर मुंबई में अपने घर पर बिताया था.
उन्हें 21 जनवरी को जेल लौटना था लेकिन उन्होंने 21 फरवरी तक एक अन्य महीने के लिए जेल से अस्थायी तौर पर रिहाई की मांग की. इसे अधिकारियों ने मंजूर कर लिया था.अब उन्होंने एक और महीने के लिए पैरोल बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि वह अपनी पत्नी मान्यता की देखभाल करना चाहते हैं. उनकी हाल में ही सजर्री हुई थी.
अभिनेता ने पुणे के संभागीय आयुक्त को अपना पैरोल बढ़ाने की मांग को लेकर पत्र लिखा. आयुक्त ने मुंबई के खार थाने (दत्त का आवास उसके अधिकार क्षेत्र में आता है) को अभिनेता की ओर से और राहत दिए जाने के लिए बताए गए कारण की जांच करने को कहा है. सूत्रों ने बताया कि खार थाना कुछ दिनों में जांच की प्रक्रिया पूरी किए जाने के बाद पुणे के संभागीय आयुक्त को जवाब देगा.
सूत्रों ने बताया कि कुछ दिनों में जांच प्रक्रिया करने के बाद खार पुलिस पुणे के संभागीय आयुक्त को जवाब देगी.मान्यता को जनवरी में यहां परेल स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. वह हृदय और जिगर की अनेक बीमारियों से पीड़ित थीं. 53 वर्षीय संजय दत्त 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों से संबंधित मामले में अवैध हथियार रखने के लिए अपनी 42 महीने के शेष कारावास की सजा काट रहे हैं. उन धमाकों में 250 लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए थे.
साल 2013 की शुरुआत में उच्चतम न्यायालय ने उनकी दोषसिद्धि बरकरार रखी और उन्हें पांच साल के कारावास की सजा सुनाई. उन्होंने 18 महीने के कारावास की सजा पहले ही काट रखी थी. अभिनेता को पिछले साल मई में पुणे के यरवदा केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित किया गया था. विशेष अदालत में आत्मसमर्पण करने के एक सप्ताह के बाद ही अभिनेता को यरवदा केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित किया गया था.