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कश्मीर: सेना ने ढेर किये 10 पाक आतंकी, कैबिनेट समिति में आज होगी रणनीति पर चर्चा

उड़ी/ नयी दिल्ली : उड़ी में आर्मी बेस पर आतंकी हमले के महज दो दिन बाद मंगलवार को कश्मीर में सीमापार से घुसपैठ की दो कोशिशें की गयीं, लेकिन सेना ने दस आतंकियों को ढेर करने के साथ इसे विफल कर दिया. इसमें एक जवान भी शहीद हो गया. इस बीच सेना ने स्पष्ट किया […]

उड़ी/ नयी दिल्ली : उड़ी में आर्मी बेस पर आतंकी हमले के महज दो दिन बाद मंगलवार को कश्मीर में सीमापार से घुसपैठ की दो कोशिशें की गयीं, लेकिन सेना ने दस आतंकियों को ढेर करने के साथ इसे विफल कर दिया. इसमें एक जवान भी शहीद हो गया. इस बीच सेना ने स्पष्ट किया कि घने जंगलों में से शव बरामद होने के बाद ही मारे गये आतंकियों की संख्या का पता चल पायेगा. इससे पहले पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए उड़ी सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की.

आतंकी हमले का जवाब देने के लिए दिल्ली में सरकार ने कई विकल्पों पर विचार किया. श्रीनगर में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि उड़ी व नौगाम सेक्टरों में मंगलवार को नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की आतंकियों की दो कोशिशों को नाकाम किया गया. दोनों ही जगहों पर अभियान जारी है. मारे गये आतंकियों की संख्या पर कहा कि उचित समय पर जानकारी सार्वजनिक की जायेगी. सूत्रों के मुताबिक 15 आतंकियों के समूह ने एलओसी के रास्ते भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी. संघर्ष विराम उल्लंघन की घटना पर सेना ने कहा कि एलओसी के उस पार से पाकिस्तानी जवानों ने बिना उकसावे के के भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की. माना जा रहा है कि भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों की सहायता के लिए यह गोलीबारी की गयी.

इधर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव एस जयशंकर समेत शीर्ष अफसरों के साथ बैठक की और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की फिर से समीक्षा की. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रीजिजू ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई सभी संबंधित विषयों का अध्ययन करने के बाद की जायेगी. वहीं, केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने राज्यपाल एनएन वोहरा व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात कर घाटी की सुरक्षा स्थिति पर विमर्श किया. सेना की पश्चिमी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह ने जम्मू क्षेत्र के सीमाई इलाकों का दौरा कर जवानों से उच्च स्तर की सतर्कता बरतने को कहा.

मालूम हो कि दो दिन पहले ही जैश-ए-मोहम्मद के चार पाकिस्तानी आतंकियों ने उड़ी सेक्टर में सेना के एक बेस पर हमला कर दिया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गये थे.

महिला एसपीओ का घर जलाया
कश्मीर घाटी में प्रदर्शनकारियों ने अलग-अलग घटनाओं में एक महिला विशेष पुलिस अधिकारी के मकान को और एक दोपहिया वाहन में आग लगा दी. कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए 64 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इसके साथ पिछले चार दिनों में पूरे कश्मीर में कुल 165 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

पाक मीडिया ब्रीफिंग से पहले भारतीय पत्रकार को किया बाहर
न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के विदेश सचिव की मीडिया ब्रीफिंग से पहले एक भारतीय पत्रकार को ‘इस इंडियन को निकालो’ शब्द के साथ बाहर जाने के लिए कहा गया. न्यू यॉर्क के रूसवेल्ट होटल में पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी संयुक्त राष्ट्र की आम सभा से पहले मीडिया को ब्रीफ करने वाले थे, तब यह घटना घटी. इस मीडिया ब्रीफिंग में एक भी भारतीय को शामिल नहीं होने दिया गया.

भारत बोला, आतंक को लेकर नहीं चलेगा पाखंड
विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के शरणार्थी एवं प्रवासी शिखर सम्मेलन में कहा कि आतंकवाद आज विश्व के लिए अस्तित्व संबंधी खतरा बन गया है. इसे लेकर पाखंड अस्वीकार्य है. रेखांकित किया कि बड़े स्तर पर शरणार्थी संकट के पीछे का अहम कारण आतंकवाद है. अच्छे आतंकवाद या बुरे आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है. यदि आपके पास इस प्रश्न का उत्तर नहीं है, तो आप केवल किसी शरणार्थी से यह पूछिए कि क्या वह किसी आतंकवाद को अच्छा या बुरा मानता है.

उड़ी पर चुप नवाज शरीफ आज उठायेंगे कश्मीर मसला
भारत के सख्त रुख के बाद यूएन जनरल असेंबली के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ उड़ी हमले पर पूछे गये सवालों का जवाब नहीं दिया. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को शरीफ के संबोधन में कश्मीर मामला छाया रहेगा. पाकिस्तान ने पहले के वर्षों में भी महासभा की उच्चस्तरीय बैठकों और संयुक्त राष्ट्र के अन्य मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाया है. भारत की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 26 सितंबर को महासभा को संबोधित करेंगी. ऐसी संभावना है कि वह कश्मीर पर शरीफ की बयानबाजी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देंगी.

पाक होगा बेनकाब, अमेरिका भेजा जायेगा दहशतगर्दों का जीपीएस सेट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी में आतंकी हमले की जांच के लिए मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया. इसके साथ ही पाक को बेनकाब करने के लिए एनआइए ने सबूत जुटाने शुरू कर दिये हैं. एनआइए की टीम आतंकियों पास मिले जीपीएस को अमेरिका भेजेगी, ताकि पता चल सके कि वह किस रास्ते से भारत आये थे. इसके साथ ही आतंकियों के डीएनए की जांच भी की जायेगी.

विश्व समुदाय ने पाकिस्तान को घेरा
उड़ी में आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को विश्व समुदाय ने भी घेरना शुरू कर दिया है. रूस ने जहां पाकिस्तान के साथ साझा सैन्य अभ्यास से इनकार कर दिया है. वहीं, अमेरिका ने साफ तौर कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों को अपने यहां पनाह लेने से रोके. न्यू यॉर्क में नवाज शरीफ से मुलाकात में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने उरी हमले का मुद्दा उठाया. इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी व श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने पीएम मोदी को फोन कर उड़ी हमले में शहीद हुए सैनिकों के प्रति शोक व्यक्त किया.

सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति में होगी रणनीति पर चर्चा

सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) उड़ी आतंकी हमले के कारण उत्पन्न स्थिति पर बुधवार को चर्चा करेगी जिसकी जानकारी पीएम मोदी को भी दी जाएगी. वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीर्ष मंत्रियों के साथ आतंकी हमले के बारे में चर्चा कर चुके हैं. अफसरों का मानना है कि भारत को सोच समझ कर, बहुस्तरीय और सामरिक प्रतिक्रिया देनी चाहिए और पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बेनकाब करना चाहिए.

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