नयी दिल्ली : देश में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में जवानों और अन्य कनिष्ठ स्तर के अधिकारियों की भरती प्रक्रिया में बदलाव होने जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस प्रक्रिया में सीसीटीवी कैमरे और आरएफआइडी टैग जैसे उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए पारदर्शिता लाने का फैसला किया है.
मंत्रालय ने आनेवाले सालों में पांच बड़े केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों सीआरपीएफ, बीएसएफ सीआइएसएफ, आइटीबीपी और एसएसबी में कांस्टेबलों, उप-निरीक्षकों और निरीक्षकों के स्तर पर हजारों महिलाओं और पुरुषों की भरती की योजना बनायी है.
मंत्रालय इन बलों में आंतरिक सुरक्षा से संबंधित पदों पर भरती की चाह रखनेवाले लोगों के सभी मानदंडों को हर समय इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मापने के लिए ओएमआर शीटों, आरएफआइडी (रेडियो आवृत्ति पहचान) टैग और सीसीटीवी कैमरों की मदद लेगा. अर्द्धसैनिक बलों की संयुक्त समिति द्वारा तैयार और मंजूर प्रस्ताव के अनुसार भरती प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है.
और इसे पारदर्शी भरती प्रक्रिया (टीआरपी) कहा जायेगा. अभी तक इन बलों में भरती प्रक्रिया इन बलों के प्रशिक्षित अधिकारियों द्वारा की जाती थी. इस प्रक्रिया में उम्मीदवारों का ब्योरा और अन्य महत्वपूर्ण मानकों को दर्ज किया जाता है. इन नये प्रौद्योगिकी आधारित बदलावों का उद्देश्य न केवल भरती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के मामलों को कम करना है, बल्कि तकनीकी के इस्तेमाल से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का चुनाव करना भी है.