नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को यह कहते हुए आगामी मंगल अभियान की सफलता की कामना की कि यह अभियान भारत के लिए अंतरिक्ष अन्वेषणों के क्षेत्र में एक नये गौरवशाली अध्याय की शुरुआत करेगा.
प्रधानमंत्री ने इसरो अध्यक्ष के राधाकृष्णन और अन्य परियोजना निदेशकों के साथ बातचीत में जीएसएलवी के सफल प्रक्षेपण सहित उनकी सभी उपलब्धियों के लिए पूरे इसरो परिवार को बधाई दी. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान में जुटे सभी इंजीनियर, वैज्ञानिक अपनी भूमिका से सुनिश्चित करते हैं कि हम सभी इस बात का गर्व कर सकें कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सही अर्थों में राष्ट्रीय विकास का साधन बने.
सिंह ने कहा, ‘‘आप सभी बेहद शानदार कार्य कर रहे हैं और मैं राष्ट्र निर्माण की इन गतिविधियों में शामिल आप सभी व्यक्तियों की प्रशंसा और बधाई देता हूं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जनवरी 2014 में जीएसएलवी..डी5 के सफल प्रक्षेपण ‘‘जटिल क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो कि भारत से भारी उपग्रह प्रक्षेपण में प्रमुख है. इसके साथ ही इससे जीएसएलवी कार्यक्रम में विश्वास मजबूत हुआ है.’’उन्होंने देश को गौर्वांवित करने के लिए इसरो के तकनीशियनों और वैज्ञानिकों को श्रेय दिया और कहा, ‘‘अंतरिक्ष इस तरह से राष्ट्रीय विकास ऐसा साधन बन गया है जिसके बारे में दो तीन दशक पहले परिकल्पना भी नहीं की गई थी.’’