नयी दिल्ली : एनडीएमसी अधिकारी हत्याकांड मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के आरोपों पर भाजपा नेता कंवर सिंह तंवर ने पलटवार करते हुए पूछा है कि चिट्ठियों से मर्डर होते हैं क्या? उसमें बम या गोली होते हैं क्या? उन्होंने कहा कि मामले से संबंधित आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल को मानसिक रोगी बताते हुए तंवर ने कहा कि उन्हें किसी मानसिक अस्पताल में अपना इलाज कराना चाहिए, वरना यह आदमी दिल्ली को डुबो देगा.
आपको बता दें कि आज फिर आप पार्टी ने महेश गिरी पर नए आरोप लगाकर फिर से की उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. पार्टी ने कहा कि एमएम खान की हत्या के अगले दिन, मुख्य आरोपी रमेश कक्कड़ को लाभ पहुंचाने के लिए उपराज्यपाल ने चिट्ठी लिखी और गिरी ने केस की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की. आप पार्टी ने आरोप लगाया कि संवैधानिक अधिकार न होने के बाद भी उपराज्यपाल ने बार-बार विभाग को चिट्ठी लिखकर एमएम खान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आज ‘आप’ के राघव चड्ढा ने एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट को दर्शाया और कहा कि साफ है कि माननीय उपराज्यपाल को चिट्टी लिखी गई और उपराज्यपाल ने वही चिट्ठी आगे बढ़ाते हुए एनडीएमसी को भेजी और कार्रवाई करने को कहा. उन्होंने कहा कि चिट्ठी का नंबर 83212 है, जो भजापा के महेश गिरि के द्वारा लिखी गई है. यह चिट्टी होटल मालिक रमेश कक्कड़ को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से लिए लिखी गई. इसलिए महेश गिरि की तुरंत गिरफ्तारी हो. क्या गिरी के एमएम खान की हत्या की सुपारी देने वालों के साथ संबंध थे?’
आप की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किए दस्तावेजों पर महेश गिरी ने कहा कि दस्तावेजों पर 2017 की तारीख है, तो वे अपने आप फर्जी हो गए. मैं पत्र लिखकर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को केस की छानबीन करने और सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाने को कहूंगा.
गौरतलब है कि चंद रोज़ पहले ही अरविंद केजरीवाल ने एमएम ख़ान हत्या के मामले में सांसद महेश गिरी और दिल्ली के एलजी नजीब जंग पर करारा प्रहार किया था. इस बाबत अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को चिट्ठी लिखी थी जिसमें आरोप लगाए थे कि एनडीएमसी के वकील एमएम खान हत्याकांड में एनडीएमसी के उपाध्यक्ष करन सिंह तंवर और महेश गिरी को पुलिस बचा रही है. हालांकि दिल्ली पुलिस की जांच रिपोर्ट में दोनों को क्लीन चिट दे चुकी है.
उल्लेखनीय है कि 16 मई की रात दिल्ली की जामिया नगर में एनडीएमसी के वकील एमएम खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से राजनीति गरम है.