14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी मादक पदार्थों के व्यापार में लिप्त : ठाणे पुलिस

ठाणे (महाराष्ट्र) : पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को मादक पदार्थों के व्यापारी विकी गोस्वामी से जुड़े करोड़ों रुपये के ड्रग रैकेट में एक प्रमुख आरोपी के तौर पर आज नामित किया गया. मुंबई पुलिस का दावा है कि कुलकर्णी इस अवैध गतिविधियों में सक्रियता के साथ लिप्त रही और पुलिस केन्या से उनके प्रत्यर्पण का […]

ठाणे (महाराष्ट्र) : पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को मादक पदार्थों के व्यापारी विकी गोस्वामी से जुड़े करोड़ों रुपये के ड्रग रैकेट में एक प्रमुख आरोपी के तौर पर आज नामित किया गया. मुंबई पुलिस का दावा है कि कुलकर्णी इस अवैध गतिविधियों में सक्रियता के साथ लिप्त रही और पुलिस केन्या से उनके प्रत्यर्पण का प्रयास करेगी.

यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाणे के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार एक दंपती के बयान और अमेरिकी मादक पदार्थ प्रवर्तन एजेंसी से मिली सूचना से यह पुष्टि हुई है कि कुलकर्णी इस मामले में एक प्रमुख आरोपी हैं.

उन्होंने कहा कि पुलिस ने कुलकर्णी और गोस्वामी का प्रत्यर्पण कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये दोनों केन्या में स्थित हैं और कहा जाता है कि इनके बीच संबंध हैं. इस दिशा में पहला कदम इंटरपोल के जरिए इनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करना होगा.

सिंह ने कहा कि अभी तक की गयी जांच से खुलासा हुआ है कि कुलकर्णी अंतरराष्ट्रीय रैकेट में सक्रिय रुप से शामिल थी. इस रैकेट का भंडाफोड़ दो महीने पहले किया गया. कुल मिलाकर इस मामले में 17 आरोपियों में से सात आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. बाकी दस को गिरफ्तार किया जा चुका है और वे न्यायिक हिरासत में हैं.

गत अप्रैल में महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एवॉन लाइफसाइंसेज लिमिटेड के परिसर पर छापेमारी के बाद पुलिस द्वारा करीब 2,000 करोड़ रपये मूल्य का 18.5 टन एफेड्रिन बरामद करने के बाद इस ड्रग रैकेट का पर्दाफाश हुआ.

पुलिस के मुताबिक, नियंत्रित मादक पदार्थ एफेड्राइन को एवॉन लाइफसाइंसेज की सोलापुर इकाई से कथित तौर पर निकालकर उसकी प्रोसेसिंग कर विदेश भेजा जाता था. एफेड्राइन पाउडर का इस्तेमाल सूंघने के लिए किया जाता है. साथ ही इसका इस्तेमाल मादक द्रव्य मेथामफेटामाइन का उत्पादन करने के लिए भी किया जाता है.

सिंह ने कहा कि पुलिस ने सूचना दी है कि कुलकर्णी और इस रैकेट के अन्य सदस्यों ने केन्या के मोंबासा में 8 जनवरी, 2016 को हुई बैठक में हिस्सा लिया था. दूसरी बैठक 8 अप्रैल को दुबई में हुई जहां गोस्वामी और कुलकर्णी के साथ मोरक्को के दो व्यक्ति मौजूद थे.

उस बैठक में यह तय किया गया कि एफेड्राइन को मोंबासा भेजा जाएगा जहां इसकी प्रोसेसिंग कर मेथामफेटामाइन में तब्दील किया जाएगा और उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचा जाएगा. सिंह ने कहा कि पुलिस के पास उपलब्ध सूचना के मुताबिक, एक किलोग्राम मेथामफेटामाइन की कीमत 50,000 डाॅलर है. इस मामले में अभी तक गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल एवॉन के दो कार्यकारियों के पास दो करोड़ शेयर थे जिसमें से 11 लाख शेयर कुलकर्णी को आवंटित किए जाने थे और उसे भी कंपनी के निदेशक बोर्ड में शामिल किया जाना था.

उन्होंने कहा कि भारत में गोस्वामी और उसकी बहन द्वारा की जा रही कुलकर्णी के बैंक खातों की देखरेख की भी जांच की जा रही है. इस रैकेट का भंडाफोड़ किए जाने से पहले 100 किलोग्राम एफेड्राइन का एवॉन लाइफसाइंसेज के परिसरों में विनिर्माण किया गया और इसे विमान द्वारा केन्या भेजा गया.

सिंह ने बताया कि इसके लिए भुगतान गोस्वामी द्वारा कंपनी के एक निदेशक मुकेश जैन को हवाला के जरिए किया गया. जैन, गोस्वामी से मिलने कई बाद विदेश गए थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें