नयी दिल्ली : खेलों में भ्रष्टाचार के बढ़ते खतरों को ध्यान में रखते हुए सीबीआई खेलों में धोखाधड़ी, फिक्सिंग और गैरकानूनी सट्टेबाजी से निबटने के लिये जल्द ही विशेष इकाई गठित करेगा. सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने फीफा इंटरपोल राष्ट्रीय कार्यशाला में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि खेलों में धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की जांच में कानूनी ढांचा नहीं होने से बाधा पैदा होती है.
सिन्हा ने अपने मुख्य भाषण में कहा, सीबीआई ने सामान्य रुप से खेलों में भ्रष्टाचार के बढ़ते खतरों विशेषकर फुटबाल और अन्य खेलों की चुनौतियों को नोटिस किया है. जल्द ही हम विशेष अपराध शाखाओं के तहत सीबीआई में खेलों में धोखाखड़ी के लिये जांच इकाई गठित करेंगे. उन्होंने कहा कि यह इकाई खेलों में भ्रष्टाचार से जुड़े आंकड़े संग्रह करेगी.
सिन्हा ने कहा, यह दुनिया की अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करेगी और राज्य पुलिस बलों के साथ सहयोग के लिये नोडल एजेंसी के रुप में काम करेगी. यह मैच फिक्सिंग और भ्रष्ट गतिविधियों को रोकने की क्षमता बढ़ाने के लिये खेल महासंघों के साथ समन्वय और संबंध स्थापित करने का हमारा प्रयास होगा.
सीबीआई अधिकारियों से जब पूछा गया कि खेलों में भ्रष्टाचार की जांच के लिये जब कानूनी ढांचा ही नहीं है तो फिर यह इकाई कैसे काम करेगी, तो उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय खेलों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिये कानून बना रहा है और यह अपने अंतिम चरण में है.
सीबीआई के सीनियर अधिकारी ने कहा, हम इस इकाई के गठन के लिये केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजेंगे. हालांकि इस तरह का कोई कानून नहीं है लेकिन जब खेल मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित कानून लागू नहीं होता तब तक हम जांच पड़ताल कर सकते हैं जैसे कि हमने 2002 में क्रिकेट मैच फिक्सिंग में किया था. इसका मकसद कानून बनने पर उसके लिये तैयार रहना है. सिन्हा ने कहा कि मैच फिक्सिंग और खेलों में धोखाधड़ी के अन्य रुपों पर अब तक क्रिकेट के क्षेत्र में ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
सीबीआई प्रमुख ने कहा, अब सभी प्रवर्तन एजेंसियां जानती हैं कि देश में सट्टेबाजी नेटवर्क बहुत आसानी और कुशलता से संचालित किया जाता है. यहां तक कि छोटे शहरों में भी उनका जाल फैल चुका है. उन्होंने कहा कि संचार प्रौद्योगिकी के बढ़ने से सट्टेबाजी सिंडिकेट को बढ़ने में मदद मिली है.
सिन्हा ने कहा, कानून प्रवर्तन के लिहाज से इस निष्कर्ष पर पहुंचना गलती होगी कि भारत में खेलों में भ्रष्टाचार केवल क्रिकेट तक सीमित है. संगठित सट्टेबाजी रैकेट ने अपना ध्यान फुटबाल पर केंद्रित कर दिया है. उन्होंने कहा कि हाल में सिंगापुर में भारतीय मूल के कुछ लोगों को सट्टेबाजी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और ये समूह भारत में भी अपने काम को अंजाम दे सकते हैं.
इस अवसर पर अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुब्रत दत्ता ने घोषणा की कि कार्यकारिणी की आगामी बैठक में वह फुटबाल में भ्रष्टाचार निरोधक इकाई गठित करने का प्रस्ताव रखेंगे.